मेरी बहन का फिगर 34-24-33 है और
उसका नाम निकिता है। वो दिखने में बहुत ही खूबसूरत है और सेक्सी भी.. उसके फिगर से
ही आपको अंदाज़ा लग गया होगा कि वो सेक्स की एक मूर्ति। वैसे में मुठ मारने का आदी
हूँ और लगभग हर दिन में एक बार मुठ मार ही लेता हूँ.. बाथरूम तो कभी रात में अपने
बिस्तर पर ही। मेरे घर में तीन बेडरूम है एक डाइनिंग और एक ड्रॉयिंग रूम है.. दो
अटेच टॉयलेट हैं और एक किचन है। एक बेडरूम में मम्मी और पापा सोते हैं तो दूसरे
बेडरूम में में सोता हूँ और तीसरे बेडरूम में मेरी बहन सोती है।
दोस्तों एक दिन की बात है और वो
गर्मियों का दिन था और हम लोगों को एक शादी में कुछ दिनों के लिए जाना था। मम्मी,
पापा शादी में
जाने की तैयारी कर रहे थे.. तभी अचानक जाने से दो दिन पहले मेरी बहन ने कहा कि वो
शादी में नहीं जाएगी क्योंकि उसको कुछ अपने पढ़ाई से सम्बन्धित प्रॉजेक्ट्स पर काम
करना था। तो फिर मम्मी, पापा ने मुझसे कहा कि में भी अपनी दीदी के साथ ही रहूं और
फिर में भी मान गया।
फिर दो दिनों के बाद पापा,
मम्मी सुबह सुबह 5
बजे ही घर से निकल गये और मुझे और मेरी दीदी को समझाकर गये कि ठीक से रहना,
अपना ख्याल रखना
और अजनबियों से बातें ना करना। तो में दरवाजा बंद करके अपने कमरे में आ गया और
दीदी से बोला कि में सोने जा रहा हूँ.. तभी वो भी मुझसे बोली कि वो भी अपने रूम
में सोने जा रही है। उसके बाद में अपने कमरे में आ गया और सो गया। में 9.30 बजे
सुबह उठा और अपने कमरे से बाहर निकला और मैंने देखा कि हमारे घर की नौकरानी काम कर
रही थी और मेरी बहन किसी से फोन पर बातें कर रही थी।
फिर अचानक मेरी बहन ने मुझे
देखकर फोन बंद कर दिया और बाथरूम में फ्रेश होने चली गयी और फिर थोड़ी देर के बाद
में भी फ्रेश हो गया था और हमारी नौकरानी भी अपना सभी काम करके चली गयी थी। तो
मैंने दीदी से कुछ नाश्ते के लिए खाने को माँगा.. तो दीदी ने दो प्लेट नाश्ता
लगाया.. एक खुद के लिए और एक मेरे लिए और फिर हम टेबल पर खाने के लिए एक साथ बैठ
गये। उस दिन दीदी ने एक छोटी टी-शर्ट और हाफ पेंट पहनी थी और उसमे वो एकदम मस्त
माल लग रही थी। तभी अचानक दीदी ने मुझसे कहा कि राज आज एक लड़की घर पर आएगी.. तो
मैंने पूछा कौन? तो दीदी ने कहा कि वो उसकी एक बहुत अच्छी दोस्त है और उसका नाम प्रिया है और
वो यहाँ पर कुछ काम से आ रही है और कुछ दिन तक हमारे घर में हमारे साथ ही रहेगी।
तो मैंने कहा कि ठीक है उसके यहाँ पर रुकने से मुझे कोई आपत्ति नहीं है। फिर करीब
दो घंटे के बाद दरवाजे की घंटी बजी और में गेट खोलने गया और जैसे ही मैंने गेट
खोला तो देखा कि बाहर गेट पर एक बहुत हॉट लड़की थी तो मुझे लगा कि वो ही प्रिया
है.. दीदी की दोस्त।
फिर मैंने उससे उसका नाम पूछा..
तो उसने अपना नाम प्रिया बताया। फिर मैंने उनको अंदर आने का इशारा किया। तभी इतनी
देर में दीदी भी आ गयी और अपने दोस्त के गले लग गयी। फिर उनकी दोस्त दीदी के कमरे
में आ गयी और अपना समान रखा और फिर हम तीनो ने एक साथ बैठकर दोपहर में खाना खाया
और फिर में अपने कमरे में चला गया।
तो दीदी और उसकी दोस्त प्रिया
अपने कमरे में.. दोस्तों प्रिया दिखने में बहुत ज्यादा खूबसूरत तो नहीं.. लेकिन
सेक्सी और बिल्कुल बोल्ड थी। तभी कुछ देर के बाद मेरे कमरे में दीदी और उसकी दोस्त
आई और मेरे सामने आकर बैठ गई। तभी दीदी ने मुझसे कहा कि राज.. प्रिया को थोड़ी बहुत
शॉपिंग करनी है और में उसके साथ मार्केट जा रही हूँ और में कुछ देर के बाद लौटूँगी
और फिर उसके कुछ देर के बाद वो कपड़े बदल कर बाहर चले गये और में घर पर अकेला था।
तभी मैंने सोचा कि क्यों ना एक बार एक शानदार मुठ मार ली जाए प्रिया के नाम.. जो
कि दीदी की दोस्त थी।
फिर मैंने सोचा कि प्रिया के नाम
की मुठ मारने के लिए क्यों ना में कुछ प्रिया की पेंटी और ब्रा का इस्तेमाल करूँ?
तो में दीदी के
कमरे में गया और मैंने प्रिया का बेग खोला और उसका बेग खोलने के बाद उसके अंदर रखे
सामानों को देखकर में तो दंग ही रह गया। उसके बेग में कुछ ब्लू फिल्म की डीवीडी थी
और कुछ सेक्सी किताबें थी और 8-10 पेकेट कंडोम थे। तो में सोचने लगा कि यह सब
माजरा क्या है?
तभी मैंने एक डीवीडी पर प्रिया
की नंगी फोटो देखी और तब मुझे पता चला कि प्रिया एक रंडी है और अब मुझे अपनी दीदी
पर बहुत आशचर्य हुआ कि प्रिया एक रांड है और यह दीदी की दोस्त कैसे बन गयी। तो में
5-6 बार मुठ मारकर अपने कमरे में आकर लेट गया और करीब रात को 8 बजे दीदी और प्रिया
घर पर आई तो मुझे वो दोनों बहुत ही ज़्यादा खुश लग रही थी। फिर रात को हमने खाना
बाहर से ऑर्डर किया और फिर हमने एक साथ खाना खाया में बार बार प्रिया की तरफ ही
देख रहा था और अपनी दीदी की तरफ भी और खाना खाने के बाद दीदी मेरे रूम में आईं और
बोली कि राज आज रात को तीन लोग हमारे घर पर आएँगे और कुछ दिनों तक घर पर ही हमारे
साथ ही रहेंगे। तो मैंने पूछा कि वो लोग कौन है? तो दीदी ने जवाब दिया कि वो में
तुम्हे कल ही बता दूंगी.. लेकिन प्लीज तुम यह बात मम्मी और पापा को मत बताना।
तो मैंने पूछा कि लेकिन वो लोग
हैं कौन? तो
दीदी ने मुस्कुराकर कहा कि वक्त आने पर तुम्हे सब पता चल जाएगा मेरे भाई। तो में
कुछ नहीं बोला और दीदी वहां से अपने कमरे में चली गई तो कुछ ही देर के बाद घंटी
बजी और दीदी ने दरवाजा खोला तभी मैंने देखा कि करीब 5 लोग हमारे घर पर आए और दीदी
ने उन लोगों को बाहर के कमरे में बैठाया और वो खुद किचन में आकर चाय बनाने लगी। तो
दीदी से मैंने पूछा कि यह लोग कौन है? तो दीदी ने सिर्फ़ मुझे एक स्माईल दी..
लेकिन मुझे उनके बारे में कुछ भी
नहीं बताया और अब में उन लोगों के चेहरे ही देख रहा था.. उनमे से एक आदमी की उम्र
करीब 25 साल होगी और दूसरे की 34 साल, तीसरे की 40 साल, चौथे की 41 साल और पाँचवें की 45
साल के आसपास और उनके पास बहुत ही बड़ा एक बेग था और बहुत सारा समान था। फिर दीदी
ने मुझे बुलाया और अकेले में कहा कि राज आज की रात बहुत ही हसीन होगी और आज तेरी
बहन एक रंडी बनने जा रही है। तो मैंने बहुत घबरा कर पूछा कि दीदी तुम ऐसा क्यों कर
रही हो? तो
उसने मुझे एक किस करते हुआ कहा कि भाई हवस के बिना ज़िंदगी का मज़ा नहीं है।
तो मैंने कहा कि में मम्मी,
पापा को यह सब बता
दूँगा। तो दीदी ने हंसते हुए कहा कि तुम मम्मी पापा को कुछ नहीं बताओगे और अगर
तुमने उन्हें कुछ बताया तो में खुद ही मम्मी पापा को फोन करूँगी और रो रोकर कहूँगी
कि तुम मुझसे यह सब करवा रहे हो। तो में एकदम चुप हो गया और सोचने लगा कि अब में
क्या करूं.. लेकिन बहुत सोचने के बाद निर्णेय लिया कि कुछ नहीं कहूँगा और मजबूरी
में वो जैसा कहेगी कर लूँगा। फिर दीदी ने मुझसे कहा कि वैसे ज्यादा मत सोचो और अगर
तुम चाहो तो आज इस हवस में हमारे साथ शामिल हो सकते हो।
फिर दीदी, प्रिया और बाकी के 5 लोग दीदी के
कमरे में चले गये और कमरे में सभी लोग बहुत आवाज़े कर रहे थे और हंस भी रहे थे। तो
में दरवाजे के पास गया तो मैंने देखा कि उनकी तैयारी एक ब्लू फिल्म बनाने की है।
में अपने कमरे में चला आया और पूरी तरह नंगा होकर बिस्तर पर लेट गया और रात बहुत
हो चुकी थी और करीब 12 बज रहे होंगे। तभी अचानक से दीदी की बहुत ज़ोर से चीखने की
आवाज़ आई। तो मैंने देखा कि दीदी अपने कमरे में से बाहर दौड़कर आ रही है और उस समय
वो पूरी नंगी थी और उसके शरीर से बहुत बदबू आ रही थी।
फिर वो चीखते हुए बाथरूम में जा
रही थी और वो चिल्ला रही थी कि यह तुमने क्या कर दिया.. आज में गयी उह्ह बाबा उह्ह
आह। फिर दीदी कुछ 15 मिनट के बाद बाथरूम से बाहर आई और अपने कमरे में चली गयी और
रात भर उनकी चुदाई और ब्लूफिल्म की शूटिंग चलती रही और में सुबह उठा करीब 8 बजे तो
मैंने देखा कि प्रिया और दो लोग नंगे लेटे हुए थे.. लेकिन मुझे दीदी और बाकी के
तीन लोग नज़र ही नहीं आ रहे थे। तो मैंने प्रिया को नंगे ही जगाया और पूछा कि दीदी
कहाँ है? तो
प्रिया ने मेरे लंड पर जबरदस्त अपने हाथ से मारा और मुझसे गाली देते हुए बोला कि
साले तेरी दीदी अब रखैल और रंडी हो गयी है
तू उसे कोठे पर जाकर देख। मैंने
फिर से प्रिया से पूछा कि प्लीज बताए कि दीदी कहाँ है? तो प्रिया ने हंसते हुए कहा कि
अच्छा साले अभी बताती हूँ.. लेकिन तुझे मेरी बात माननी पड़ेगी। तो मैंने कहा कि ठीक
है में आपकी हर मानूंगा। तो उसने कहा कि तू मेरे साथ टॉयलेट में चल.. तो में उसके
साथ टॉयलेट में गया। तो वो टॉयलेट के सीट पर बैठ गयी और फिर उसने कहा कि तू अब
मेरी गांड को चाट.. तो मैंने वैसा ही किया और फिर उसने मुझे बताया कि दीदी एक ब्लू
फिल्म शूटिंग हॉल में रात में 3 बजे से गयी है वो अपनी चुदाई की फिल्म बनवा रही
है।
तो में जल्दी से उस शूटिंग हॉल
में गया तो मैंने देखा कि मेरी दीदी एक कमरे में 10 लोगों के साथ नंगी लेटी हुई है
और दीदी ने बहुत शराब भी पी रखी थी और मैंने वहाँ पर देखा कि दीदी और बाकी सभी लोग
बेसुध होकर फर्श पर सोए हुए हैं वहां पर किसी को कुछ होश नहीं था और सभी सो रहे
थे। तो में वहाँ से तुरंत अपने घर पर आ गया और मैंने दरवाजे पर बेल बजाई तो मैंने
देखा कि प्रिया ने अपने बदन को बेडशीट से पूरा ढककर दरवाजा खोला। फिर में अंदर आ
गया और अपने कमरे में चला गया और फिर में तुरंत अपने बाथरूम में फ्रेश होने गया तो
देखा कि बाथरूम पूरा का पूरा गंदी गंदी चीज़ों से भरा हुआ था और मैंने किसी तरह
सोचा कि पेशाब कर लूँ..
लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई। तो
अचानक प्रिया ने मुझसे कहा कि अगर में चाहू तो उसके कमरे में चलकर पेशाब कर सकता
हूँ और अब मेरे पास दूसरा कोई रास्ता भी नहीं था.. इसलिए में नंगा होकर प्रिया के
कमरे में जाकर पेशाब करने लगा। तो प्रिया वहीं पर मेरे पास नंगी खड़ी मुझे घूर घूर
कर देख रही थी। तभी वो मेरे पीछे आई और मेरे लंड को अपने एक हाथ से पकड़ कर आगे
पीछे हिलाने लगी और फिर थोड़ी देर के बाद मेरे आगे आकर पेशाब को चाटने लगी। फिर
मैंने अपना लंड उसके मुहं में दे दिया तो वो उसे बड़े मजे से चूसने लगी। तो में भी
उसके बूब्स को दबाने, मसलने लगा।
तभी थोड़ी देर के बाद मैंने उसको
नीचे लेटाया और लंड को चूत पर टिकाकर और एक ज़ोर का धक्का दिया और पूरा का पूरा लंड
चूत में डालकर उसको बड़े हरामी की तरह चोदने लगा.. में उसकी चूत पर ताबड़तोड़ धक्के
दिए जा रहा था और वो सिसकियाँ ले रही थी और कह रही थी चोद और चोद मुझे और ज़ोर से
चोद मुझे हाँ लगा और लगा अपने लंड का पूरा दम.. फाड़ दे मेरी चूत को.. दे और दे और
ज़ोर से धक्के दे। तो में भी जोश में आकर ज़ोर ज़ोर से धक्के दिए जा रहा था..
लेकिन इस चुदाई की वजह से मैंने
उस समय अपने लंड कंडोम नहीं पहना था और फिर उसने मुझसे इस बारे में यह कहा कि जब
में झड़ने लगूं तो अपना लंड को उसकी चूत से निकाल लूँ तो मैंने कहा कि ठीक है..
लेकिन जब में उसको चोदने लगा तो मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा सारा वीर्य उसकी
चूत के अंदर चला गया.. लेकिन उस समय चुदाई में व्यस्त होने की वजह से हमे बिल्कुल
ही ख्याल नहीं रहा और हम जमकर एक दूसरे के साथ मज़े ले रहे थे।
फिर एक घंटे लगातर उसे चोदने के
बाद हम दोनों बहुत थक गए थे और फिर हम दोनों फ्रेश हुये और प्रिया नहाकर कपड़े
बदलकर मेरे पास आई और मुझसे कहा कि उसे बहुत भूख लगी है.. क्योंकि निकिता (मेरी
दीदी) का तो कोई पता नहीं था कि वो कब तक आएगी। तो मैंने उससे कहा कि अगर उसे खाना
बनाना आता है तो किचन में जाकर बना ले.. तो प्रिया ने कहा कि चलो हम बाहर किसी
होटल में जाकर खा लेते हैं। तो मैंने भी हाँ कर दिया और फिर हम दोनों होटल में
खाना खाने चले गये और खाने के बाद हमने सोचा कि निकिता के पास चलें।
तो हम उस शूटिंग हॉल में चले गये
जहाँ पर मैंने दीदी को देखा था और जब हम वहाँ पर पहुंचे तो देखा कि वहाँ कोई भी
नहीं था और दीदी भी नहीं बस वहाँ पर दीदी के फटे हुए कपड़े थे। तभी निकिता ने एक
फोन लगाया और पता चला कि निकिता (मेरी दीदी) रेलवे स्टेशन के पास एक प्राईवेट रूम
में कुछ लोगों के साथ चुद रही थी।
तो प्रिया ने फोन रखने के बाद मुझे
बताया कि मेरी दीदी आज कुल मिलाकर 18 लोगों से चुदी है और बात सुनकर में तो बहुत
ही दंग रह गया। फिर में और प्रिया एक रेस्टोरेंट में गये और मैंने वहाँ पर प्रिया
से उसके बारे में पूछा.. तो प्रिया ने मुझे बताया कि वो एक रांड है और उसकी
मुलाकात मेरी दीदी से तीन महीने पहले हुई थी और उसने बताया कि मेरी दीदी हमेशा से
एक रंडी बनाना चाहती थी और इसी दौरान वो मेरी दोस्त बन गयी।
प्रिया ने अपनी कहानी बहुत
विस्तार में बताई और फिर प्रिया ने कहा कि क्यों ना हम एक नया प्लान बनाए और मैंने
कहा कि क्या? तो प्रिया ने कहा कि चलो आज हम एक पब्लिक टॉयलेट में चुदाई करते हैं। तो में
भी मान गया और फिर हम एक छोटे से पब्लिक टॉयलेट में गये.. लेकिन वो टॉयलेट बहुत ही
छोटा सा था और उस टॉयलेट का गेट टूटा हुआ और वो लकड़ी का था और उस टॉयलेट में
सिर्फ़ एक आदमी ही बैठ सकता था और जैसे ही हमने टॉयलेट का गेट खोला तो देखा की
टॉयलेट की सीट पर गंदगी फैली हुई है..
लेकिन प्रिया ने कहा कि कोई बात नहीं हम कर लेंगे। फिर में टॉयलेट की सीट पर बैठ गया और प्रिया मेरे ऊपर अपनी चूत में मेरा लंड डालकर बैठ गई और हमने अपने कपड़े उतार दिए थे। तो में उसे नीचे से धक्के देकर चोदने लगा और वो भी थोड़ा बहुत ऊपर नीचे होकर मेरे लंड से अपनी चूत को ठंडा करने में लगी रही और फिर करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसकी चूत में अपना सारा का सारा वीर्य डाल दिया। फिर हम कपड़े पहनकर वापस घर पर आ गए। दोस्तों उसके बाद मेरा मुठ मारने का काम बिल्कुल बंद हो गया.. में जब जी चाहे उसको चोदने लगा। मैंने अब उसके घर पर जाकर भी उसको चोदना शुरू कर दिया है ।
Asi bhai sab ko mile
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