आज मैं आप को अपनी माँ के सेक्सी चूत से निकलते
पेशाब की story सुनाने जा रहा हू। मेरी
माँ का नाम प्रिया गुप्ता है, वो दिखने में बहोत हॉट
और सेक्सी है। उसकी उम्र अभी ४३ है,
जब मैं
छोटा था तब मैंने माँ और पापा को सेक्स करते देखो था और उनकी चुदाई देख कर मैं
ज्यादा कुछ समझ नहीं पाया था उस समय मैं बहोत छोटा था, जैसे जैसे मैं बड़ा होता गया मुझे सेक्स की फीलिंग
आने लगी और मैं भी पापा की तरह माँ को चोदने का सपना देखने लगा।
वैसे मैं आप लोगों को बताना भूल गया मेरी फैमिली में
मैं मेरी माँ और पापा सिर्फ तीन लोग है, पापा को काम की वजह से ज्यादातर बहार ही रहना पड़ता है और ऐसे में घर पर मैं और
मेरी माँ ही होती है। अब मैं सुरु करता हु मेरे और माँ की सेक्स कहानी। पाप काम से
कुछ दिनों के लिए बहार गए हुए थे। मुझे कुछ दिन पहले ही पापा ने नया स्मार्टफोन
दिलाया था मैं इस पर सेक्स वीडियो देखता और मुट्ठे मरता था।
लेकिन मुट्ठ मार कर मुझे मजा नहीं आता था क्युकी
मुझे तो वही पापा मम्मी जैसे चुदाई करनी थी वो मेरा सपना भी था। मैं दिन रात यही
सोच कर निकल देता की माँ को कैसे चोदा जाये फिर मैं प्लान बनाया और सुरुवात की माँ
को पेशाब करते देखने से, एक दिन माँ जैसे ही
पेशाब करने बाथरूम गयी मैं डोर के निचे से देखने लगा माँ बाथरूम की फर्श पर बैठ कर
मूत रही थी और उसका मुँह दूसरी तरफ था इसलिए मुझे सिर्फ उसकी गांड दिखी और निचे
गिरता हुआ पेशाब का धार।
जिसे देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया और मैं लन्ड को
बहार निकल कर हिलने लगा, माँ की क्या मस्त मोटी
और चिकनी गांड थी मन हो रहा था जा कर उसकी गांड चाट लू इतने में ही माँ उठी और मैं
जल्दी से वह से भाग गया।
मेरी आँखों के सामने सिर्फ माँ की गांड का वो सीन ही
बार बार नजर आ रहा था, मैं पहली बार किसी औरत
की नंगी जिस्म को देखा था वो भी थोड़ा सा, मैं यही सोच रहा था कैसे भी कर के माँ की चूत और उस से निकलता मूत देख सकू।
उसी दिन रात को खाना खान के बाद जैसे ही माँ सोने से पहले पेशाब करने गयी मैं फिर
से बाथरूम के निचे डोर की छेद से देखने लगा दोस्तों मैं आप को बता नहीं सकता क्या
नजारा था इस बार माँ मेरी तरफ ही मुँह कर के मूतने बैठी थी और मुझे उसकी चूत से
निकलता पेशाब दिखाई दे रहा था।
मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैं ऊपर से ही उसको
सहलाने लगा इतने में माँ उठी और मैं अपने रूम में जा कर सो गया और माँ को कैसे
चोदू यही सोच रहा था डर भी लग रहा था की कही कुछ गलत न हो जाये मैं कुछ ऐसा करना
चाहता था की माँ अपनी मर्जी से मेरे साथ चुदाई करें और मुझ से वैसे ही चुदे जैसे
वो पापा से चुदती है।
दूसरे दिन मैं उठा और उस दिन फिर से तीन बार माँ की
चुत और उस से निकलता पेशाब देखा और चुदाई के लिए पागल होता गया रात हुई तब मैंने
सोचा आज तो चुदाई करनी ही है।
रात को माँ और मैं खाना खाया कुछ देर टीवी देखने के
बाद मैं उठा और बाथरूम की तरफ गया और अब टाइम था मेरे प्लान को पूरा करने की, मैंने बाथरूम को डोर लॉक नहीं किया और मैं जोर से
चिल्लाया और बाथरूम में गिरने का नाटक किया और मैंने अपनी लोअर से अपना लन्ड बहार
निकला हुआ था जिससे माँ को लगे मैं पेशाब करते हुए गिर गया हु, मैं ऐसे ही गिरा हुआ चिल्ला रहा जैसे मुझे बहोत दर्द
हो रहा हो जैसे ही माँ आयी मैं उल्टा हो गया और अपने लण्ड को हाथ से छुपा कर दर्द
का नाटक करने लगा और माँ को यही लगा की गिरने से मेरे लण्ड पर चोट लग गयी है
माँ ने मुझे हाथ दे कर उठाया और मैं जैसे ही उठा
मेरा ६ इंच का लंड लटकने लगा जिसे देख कर पहले तो माँ थोड़ा शर्मा गयी क्यों की उस
समय मैं १९ साल का था और माँ ने मुझे ऐसे देखा था।
फिर मैं दर्द का नाटक किया और माँ वैसे ही मुझे
सहारा दे कर वह से अपने बैडरूम में ले गयी और मुझे बेड पर भैठा दिया और बोली क्या
हुआ कहा चोट आयी है मैंने अपनी लण्ड की ओर इशारा किया और बोला मुझे यहाँ चोट लगी
है।
माँ बोली अरे बीटा नुनु में चोट लग गयी है और वो
बोली थोड़ा देर में ठीक हो जायेगा जा अपने रूम में सो जा कल तक ठीक हो जायेगा, मैं वह से उठा और ऐसे ही लटकते हुए लण्ड को ले कर वह
से चला गया।
अपने रूम में मैं थोड़ा देर बैठा रहा और माँ कुछ देर
बाद सो गयी होगी मैं उठा और माँ की रूम की तरफ गया और माँ को जगा कर बोला मम्मी
दर्द बहोत हो रहा था डॉक्टर के पास चलो ना इतने में माँ बोली बेटा इतने रात में
कोई डॉक्टर कहा मिलेगा और उसने मुझे अपने बेड पर बैठने को कहा।
मैं बैठा और माँ उठ गयी और बोली दिखा मैं देखु कही
तेरा नुनु सूज तो नहीं गया। माँ अभी भी मुझे बच्चा समझती थी और मेरे लंड को नुनु
पुकार रही थी।
माँ के बोलने पर मैंने लण्ड बहार निकला और माँ पहले
लाइट चालू की फिर मेरे लंड को देखने लगी मेरा लण्ड बिलकुल नार्मल था क्यों की मैं
तो ड्रामा कर रहा था , इतने में माँ बोली बेटा
नुनु के ऊपर की चमड़ी को पीछे करो अंदर देख लेती हु कही वहां तो चोट नहीं लग गयी।
अभी तक माँ ने मेरे लण्ड को छुआ नहीं था वो सिर्फ
दूर से ही देख रही थी , जैसे ही मैंने सुपाड़ा
खोला माँ उसको पास से देखि और बोली ठीक तो दिख रहा है हो सकता है अंदरूनी चोट आयी
होगी मैं तेल दे रही हु अपने रूम में जाओ और बैठ कर मालिश कर लो कुछ आराम मिलेगा।
मैं बोलै माँ मुझ से नहीं होगा बहोत दर्द हो रहा है
आप डॉक्टर से पास चलो मुझे ले कर,
माँ कुछ
टाइम खड़े खड़े कुछ सोची और बोली चलो मैं ही मालिश कर देती हु।
अब मैं बेड पर लेट गया और अपनी लोअर पूरा उतार दिया
निचे से पूरा नंगा हो चूका था मम्मी बेड पर बैठ कर हाथ में तेल लगा कर जैसे ही
मेरे लंड को टच की मेरे पूरी बॉडी में करंट जैसा लगा , ये पहली बार था जब किसी औरत ने मुझे ऐसे देखा और छुआ
था। अब माँ मेरे लण्ड में तेल डाल कर ऊपर निचे कर के मालिश करने लगी धीरे धीरे
मेरा लंड खड़ा होने लगा और टाइट हो कर पूरा खडा हो गया अब मेरा मोटा और लम्बा लंड
माँ की हाथ में था वो अभी भी शर्मा रही थी।
मेरे लंड की मालिश करते करते अब माँ का सरमाना काम
हो गया और वो जोर जोर से लंड हिला हिला कर ऊपर निचे करने लगी मुझे बहोत मजा आ रहा
था मुझ से रुका नहीं गया और मेरे लंड का पानी जोर से निकला और माँ के मुँह और उसके
बाल में जा कर गिरा मेरी पूरी बॉडी एक बार जोर से अकड़ ही गयी जैसे ही लुंड से
वीर्य की धार निकली।
माँ उठी और कपडा ले कर वीर्य मेरे लंड और अपने मुँह
से साफ़ की और बोली बेटा अब तू बड़ा हो गया है। मैं बोला माँ ये पानी जैसा क्या
निकला तो वो बोली ये वीर्य है इस से बच्चा पैदा होता है मैं पूछा अब मेरा बच्चा
पैदा हो जायेगा क्या ? मैं पूरा नाटक कर रहता
था जब की मुझे तो सब पता था और माँ को चोदने का पूरा प्लान ठीक जा रहा था।
माँ बोली नहीं मेरे लाल बच्चा सेक्स करने से होता है, मैं बोला सेक्स कैसे होता है तो वो बोली तेरी कोई
गर्लफ्रेंड नहीं है क्या ? मैंने कहा नहीं है
तब वो बोली जब तेरी गर्लफ्रेंड होगी तब तू सब समझ
जायेगा और पूछने लगी अभी दर्द कम हुआ क्या ?
मैं बोला हा थोड़ा कम हुआ है, माँ मेरे लंड की मालिश करते हुए थोड़ी गर्म हो चुकी
थी और मेरे लंड की तरफ बार बार देख रही थी, फिर बोली तेरा लंड तो तेरे पापा से बड़ा और मोटा है।
इस बार माँ ने नुनु नहीं बोला ये सुन कर मैं खुस हो
गया और माँ को गले लगा कर आई लव यू बोला माँ ने मुझे आई लव यू टू बोल कर गाल पर
किश दिया।
अभी माँ की साँसें तेज और गरम हो चुकी थी क्यों की एक जवान लड़का उनके सामने नंगे लंड लिए बैठा था। मेरा लंड ढीला पड़ चूका था इतने में माँ बोली एक बार और मालिश कर देती हु पूरा दर्द चला जायेगा और मैं हाँ बोल कर फिर से लेट गया और माँ फिर से लंड की मालिश करने लगी और बोली बेटा मैं तेरे लंड की और अच्छे से मालिश कर देती हु और वो जोर जोर से रगड़ कर मालिश करने लगी इतने में मेरा लुंड फिर से खड़ा हो गया।
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