सारे लोग सजे संवरे हुए थे, मेरी बहन भी खूब सजी संवरी थी,
पर उदास उदास,
आपको कारण भी बता
दू पहले की क्या कारण है, मेरे जीजा किसी और लड़की के साथ आज से दो साल पहले ही भाग गए
है. मेरी बहन ससुराल छोड़कर आ गई है. क्यों की उनके सास ससुर कहते थे तू ही कुलक्षण
थी इसलिए मेरा बेटा भाग गया है.दोस्तों मेरी बहन देखने में बहूत ही खूबसूरत है.
24 साल की जबरदस्त जवानी पे है. उनके होठ गाल मदमस्त
चाल, कमर,
होठो की लाली,
स्तनों का उभार
देखकर तो कोई भी बन्दा कायल हो सकता है पर पता नहीं ये मादरचोद मेरा जीजा किसी और
के साथ भागने की जरुरत क्या पड़ी. तभी से मेरी बहन परेशान रह रही है, और उसके याद में करवाचौथ
कर रही है. दोस्तों आज उसका दूसरा करवा चौथ था, वो सिर्फ यादों में ही अपनी पति
को देख पा रही थी.
आज वो उदास थी, शाम को करीब ९ बजे सब लोग,
अपने अपने पति का
चेहरा देख कर पानी पि रही थी. फिर मेरी बहन मुझसे बोली रवि चलो छत पर चाँद निकल
गया होगा तू मेरी मदद कर दे ये थाली और सारा सामान ले चल, मैं भी उनकी मदद के लिए छत पर चला
गया, दोस्तों
क्या बताऊँ मेरी बहन सजी धजी इतनी हॉट लग रही थी की मन कर रहा था की दोनों चूचियां
दबाते हुए होठ का रस पि लू, बहन पूजा करने लगी. वो चाँद को देख कर हाथ में एक मेरे जीजू
का फोटो था वो उसकी को देखने जा रही थी
तभी मैंने उनके हाथ से फोटो ले लिया और बोला आज के
बाद इस कमीने का फोटो देखने की कोई जरूरत नहीं है. अगर लंबी उम्र मांगनी है तो
मेरी मांग लो. वो अवाक् रह गई और फिर मुझे से देखकर उसने पूजा किया मैंने पानी
पिलाया और रसगुल्ला खिलाया.हम दोनों निचे आ गए, वो माँ और बाबूजी को प्रणाम की,
माँ बाबूजी बोले
की बेटा आज हम दोनों जागरण में जा रहे है रात को लेट हो जायेगा. तुमलोग सो जाना और
वो दोनों चले गए.
हम दोनों भाई बहन खाना खाया, और मैंने अपने बहन को बाहों में
भर लिया, वो
कहने लगी भाई आप ये क्यों कर रहे हो, तो मैंने कहा किसी गैर को याद करने से अच्छा है मुझे
याद कर लो. आप ये कहानी आप निऊ हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है। घर की
बात घर में ही रह जाएगी, मैंने चाहता हु मेरी बहन हमेशा खुश रहे. इतना कहते ही .
मेरी बहन मुझसे लिपट गई और कहने लगी , कब से मैं तुम्हारे मुह से ये बात सुनने का इंतज़ार
कर रही थी. आज मुझे करवाचौथ के दिन पूरी हुई, आई लव यू, और वो मुझे चूमने लगी.मैंने
तुरंत ही अपने बहन को गोद ने उठाया, और बैडरूम ले गया, वह बेड पे लिटाते हुए
मैंने उनके बूब्स पे हाथ रख दिया, वो मुझे कातिल निगाहों
से देख रही थी. मैंने तुरंत ही साडी निकाल दिया, और ब्लाउज का हुक खोलते हुए कहा
अब तुम्हे चिंता करने की कोई बात नहीं मैं हु तुम्हारे साथ ज़िन्दगी भर. और तब तक
हुक खोल दिया वो बैठ गई और पीछे हाथ करके अपना ब्रा का हुक खोल दी. ओह्ह्ह नॉनवेज
स्टोरी डॉट कॉम के दोस्तों क्या बताऊँ मुझे मजा आ गया. गजब का गोरी गोरी गोल गोल चूचियां
और पिंक कलर का निप्पल मैंने बिना देर किया ही झपट पड़ा. और अपनी बहन के चूचियों को
मसलने लगा. और फिर उसके होठ को अपने होठ में लेके चूसने लगा.
वो आह आह करने लगी. मेरा लैंड खड़ा हो चूका था,
बहन बोली दिखा तो
दे मुझे मेरा प्यार, मैंने उनके हाथ में अपना लैंड दे दिया. बोली कहा रखा था इतना दिन से. मुझे कब
से इसकी जरूरत थी. और वो फिर अपने मुह में मेरा लैंड ले ली. मैं उनके गले के अंदर
तक लैंड को पेल रहा था. इस विच उनका निप्पल और बूब्स बड़ा और टाइट हो गया था,
मैंने कहा ये क्या
बहन तुम्हारा निप्पल तो एकदम खड़ा हो गया है. तो वो बोली ये खड़ा क्या तुम मेरी चूत
पे हाथ लगा कर तो देखो.
मैं उनके चूत पे हाथ रखा ओह दोस्तों क्या गर्मी थी
चूत की, पूरी
चूत काफी गीली हो चुकी थी. मैंने कहा अब मेरे बर्दास्त के बाहर है. और मैं तुरंत
लंड को उसके चूत पे सेट किया और जोरदार धक्का दिया. पूरा लंड उसके चूत में समा
गया.आप ये कहानी आप निऊ हिंदी सेक्स स्टोरिज़ डॉट कॉम पर पड़ रहे है। उसके बाद असल
खेल शुरू हुआ वो गांड उठा उठा के धक्के दे रही थी और मैं ऊपर से ड्रिल कर रहा था.
बस कमरे में आह आह और छप छाप की आवाज आ रही थी चूत और लंड की, बिच बिच में वो आह आह आह आह आह आह उफ़ उफ़ उफ़ उफ़ करती और मैं जोर जोर से पेले जा रहा था. चूचियां को मसलते हुए लंड को चूत में दे रहा था. वो बिच बिच में कहती थी. की इसको कौन पियेगा. और अपनी चूच को मेरे तरफ करती मैं भी निप्पल को चूसने लगता और वो और भी ज्यादा कामुक हो जाती.
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