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पहली बार कुंवारी बहन को चोदा

दोस्तो मैं मनीष आज फिर से अपनी जिंदगी एक सच्ची घटना आप के लिए ले कर आया हूँ. मुझे उमीद है दोस्तो आज आप को मेरी ये पहली हिन्दी सेक्स स्टोरीस पसंद आएगी. ये बात मैने काफ़ी दीनो से अपने दिल मे छुपा कर रखा था . जिसे मैं आज आप सब के सामने रखने जा रा हूँ.


दोस्तो पहले मैं अपने बारे मे और अपनी फॅमिली के बारे मे बताना चाहूंगा. मेरे घर मे मेरी 3 बेहेने है और मम्मी पापा है. मेरी दो बड़ी बेहेनो की शादी हो चुक्की है. अब घर मे मुझसे छोटी मेरी बहेन निशा है और मम्मी पापा रहते है.

पापा एक बड़ी कंपनी मे एक बड़ी पोस्ट पर है. इसलिए वो ज़्यादातर घर से बाहर ही रहते है. मेरे पापा शनिवार को घर आ जाते है. और मंडे को सुबह ही निकल जाते है. मेरी मम्मी भी एक गूव्ट. स्कूल मे हेड मास्टर है. इसलिए वो भी सुबह ही घर से निकल जाती है और शाम को घर आती है.

मेरी तीनो बेहेने सेक्स की देवी है. पर मुझे सब से ज़्यादा अच्छी अपनी निशा बहन लगती है. अगर मैं आप को उसके बारे मे बटाऊ तो उसका रंग गोरा उसका फिगर 32-27-34 है. वो मुझे बहोट ही सेक्सी लगती है. उसके मोटे मोटे चुटटर मुझे दीवाना बना के रखते थे. कहने को तो निशा मेरी छोटी बहेन थी पर मैं उसे चोदना चाहता था.


जब भी वो घर मे अपने मोटे मोटे चुटटर मटका मटका कर घूमती थी तो मेरे दिल मे ना जाने क्या क्या होता था. मेरा दिल करता था की अभी के अभी निशा को पीछे से पकड़ लूँ. और उसे झुका कर उसकी सलवार फाड़ कर अपना लंड उसकी गांड मे डाल दूँ और चोद दूं साली को.

हम दोनो एक साथ बैठ कर ही स्टडी करते थे. इसलिए हम दोनो भाई बहेन के साथ अच्छे दोस्त भी थे. हम दोनो अपनी सारी बातें एक दूसरे से शेयर करते थे. अब मेरी बहेन कॉलेज मे जा चुक्की थी और मैं भी कॉलेज के लास्ट एअर मे था. इसलिए हम दोनो एक दूसरे की स्टडी मे काफ़ी हेल्प कर देते थे.

एक दिन की बात मम्मी अपने स्कूल मे चली गई और मैं मेरी बहेन हम दोनो घर मे अकेले थे. हम दोनो ने ब्रेकफास्ट किया और रोज की तरह एक साथ स्टडी करने के लिए बैठ गये. हम दोनो एक साथ ही सोफे पर बैठे थे. निशा मुझसे चिपक कर बैठी थी इसलिए उसका एक हाथ मुझसे टच कर रा था.

मैं धीरे धीर गरम होना शुरू हो गया. मेरे लंड मे हरकते होनी शुरू हो गई. पहले तो मैं अपने आप को कंट्रोल कर रा था. मैं अपना सारा ध्यान स्टडी मे लगा रा था. पर अब मुझसे और नही रहा गया इसलिए मैने अपनी बहेन निशा से पूछा.


मैं – निशा यार एक बात सच सच बता की तुम्हारा कोई बाय्फ्रेंड है या नही ?


निशा – क्यो भाई क्या हुआ आप आज ये क्यो पूछ रहे हो ?


मैं – ऐसे ही बस तुम बताओ ना कोई है तुम्हारा बाय्फ्रेंड ?


निशा – नही भाई अभी मेरा कोई बाय्फ्रेंड नही है.

मैं – क्यो तुम्हे अपने कॉलेज मे कोई लड़का पसनद नही आया क्या ?


निशा – नही भाई मुझे वाहा कोई लड़का अछा नही लगता पर.

मैं – हां क्या पर ?


निशा – जाने दो भाई आप मुझसे ये केसी बातें कर रहे हो ?


मैं – देखो हम दोनो एक अच्छे दोस्त है अगर तुम्हे मुझ पर विश्वास ही नही है. तो प्लीज़ आज के बाद मुझसे कोई बात मत करना.


ये कह कर मैं गुस्सा होने का नाटक करके मूह साइड मे करके बैठ गया. तभी निशा बोली.

निशा – भाई प्लीज़ आप नाराज़ मत हो अब मैं बतती हूँ. मुझे कॉलेज के सारे लड़के घूर कर देखते है पर मुझे उनका देखना अच्छा भी लगता है. मैं – कहा पर घूर कर देखते है तुम्हे ?


निशा शरमाते हुए बोली – भाईया , मेरे बूब्स को बहोत ही घूर घूर कर देखते है. जब मैं कॉलेज जाती हूँ तो सारा दिन लड़के बस मेरे बूब्स को ही देखते रहते है. यहा तक की मेरे क्लास के टीचर भी मेरे बूब्स को देखने से नही हटते.

भाईया मैं सच कहु तो मुझे उस टाइम ऐसा लगता है. मानो उस टाइम मेरे बूब्स मे कोई छुरि मार रा हो, मेरा पूरा जिसम गरम हो जाता है. और मैं पूरी कांप जाती हूँ मेरे अंदर आग सी लग जाती है. मुझे ये समज नही आता की ये सब मेरे साथ पहले तो कभी हुआ नही.


मैं – तो तुमने अपनी फ्रेंड्स से बात करी क्या उनके साथ भी ऐसा होता है ?


निशा – हां भाईया मैने उनसे इस बारे मे बात करी थी. तो उन्होने मुझे कहा की ये सब उनके साथ भी होता था शुरू शुरू मे. फिर उन्होने अपना एक बाय्फ्रेंड बनाया और उसके साथ मस्ती करी तो अब वो ठीक है. उनका कहना है की मैं अभी नयी नयी जवान हुई हूँ तो इस लिए मेरे साथ ये सब हो रा है.

मैं – तो तुम भी अपना कोई बाय्फ्रेंड बना लो और उसके साथ खूब मज़े करो. मुझे लगता है की ये ही एक इलाज है.


निशा – भाई आप को पता भी है की आप क्या कह रहे हो ? हमारे घर की सारी इजात खराब हो जाएगी अगर किसी को पता भी चल गया तो. और मम्मी पापा तो मुझे जान से ही मार देगें. इसलिए ऐसा गंदा काम कभी नही करूँगी.

मैं – ये बात भी तुम ठीक कह रही हो. पर तुम मुझे एक बात सच सच बतो की तुम किसी लड़के के साथ एंजाय करना चाहती हो या नही ?

निशा – पर भैया.


मैं – निशा प्लीज़ ,परवाह मत करो अगर तुम्हारी हां है तो मेरे पास एक बहोत ही अच्छा आइडिया है. जिसे ना तो मम्मी पापा की इज़्ज़त खराब होगी और ना किसी को पता चलेगा. और तो और तुम हर रोज अच्छे से मज़े भी कर पायोगी. बोलो अगर तुम्हारी हाँ है तो मैं बताऊँ.


निशा – सच मे भाई अगर ऐसा हो सकता है तो प्लीज़ मुझे जल्दी बताये वो आइडिया.


मैं – निशा तुम्हे एक ऐसा लड़का चाईए ना जो आराम से तुम्हारे घर आ सके और तुम उसके साथ जहा मर्ज़ी घूमने जा सको. और तुम दोनो पर कोई शक भी ना करे. तुम ऐसे लड़के से जी भर के एंजाय कर सकती हो.

निशा – हां मुझे ऐसा ही लड़का चयिए पर ऐसा लड़का मिलेगा कहा ?


मैं – निशा जी आप को इधर उधर ढूंढ़ने की ज़रूरत नही है लड़का आपके सामने बैठ है.


निशा – भाई आप क्या दिमाग़ तो नही खराब हो गया है. हम दोनो सगे भाई बहेन है.


मैं – निशा तुम ठीक कह रही हो. पर भाई बहेन होने से पहले हम दोनो लड़का लड़की है. और एक लड़के लड़की को एक दूसरे की ज़रूरत पूरी करनी होती है. इसलिए उन दोनो मे कोई रिश्ता नही आता. अगर वो दोनो राज़ी हो तो वो दोनो एक दूसरे की हेल्प कर सकते है.

निशा – पर भाई ये करना ठीक रहगा ? मैं – हन 100% ठीक रहगा देखो अगर हम दोनो एक दूसरे के साथ ये सब कारगें तो किसी को हम दोनो पर शक भी नही होगा. और हम दोनो जब चाहे झन मर्ज़ी घूमने और सेक्स करने भी जा सकते है. और एक इंपॉर्टेंट बात अगर तुम किसी बाहर के लड़के से सेक्स करोगी तो एक रिस्क है. क्योकि आज कल एड्स बहोत फैल रा है. और अगर तुम अपने घर के बंदे से सेक्स करोगी तो इस बात का भी डर नही है.

और साले आज कल लड़के एक बार लड़की से सेक्स कर के उसकी वीडियो बना लेते है. और उसके बाद फिर उसे ब्लॅकमेल करके अपने सब दोस्तो से उस लड़की से सेक्स करवाते है. उस लड़की को रंडी बना देते है साले कुत्ते. अब तुम ही बताओ मैं कुछ ग़लत कह रा हूँ ?

मेरी इतनी सारी बातें सुन कर निशा सोच मे पड़ गई और कुछ देर कुछ नही बोली. मैं समझ गया की अब मेरे पास ये सही मौका है. अभी नही तो कभी नही मैं झट से अपनी बाहों मे उसकी कमर को लिया. निशा की आँखें तभी बंद हो गई और वो कुछ नही बोली.


फिर मैं झट से अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिए और उसके होंठो को ज़ोर ज़ोर से चूसने लग गया. निशा का जिस्म काँपने लग गया उसकी साँसे अचनाक तेज हो गई और मेरी भी दिल की धड़कन तेज हो गई.


आज मेरा ना जाने कब का सपना पूरा होने जा रा था. इसलिए मैं ज़्यादा टाइम खराब नही करना चाहता था. मैने झट से अपने और निशा के सारे कपड़े उतार दिए और अब हम दोनो पूरे नंगे थे. मैने उसे उठा कर अपने बेडरूम मे ले गया. और फिर मैं उसके उपर चॅड गया और उससे ज़ोर ज़ोर से चूमने और काटने लग गया.

मेरे नीचे एक गोरी लड़की लेटी हुई थी. जिसे मैं बचपन से चोदना चाहता था. मैने सब से पहले उसके होंठो और कानो को अच्छे से चूसा और फिर उनकी गर्देन को चूसने लग गया. वो पहले से ही गरम थी पर अब वो और भी ज़्यादा गरम होने लग गई थी. उस के मूह से मस्ती भारी सिसकारिया निकल रही थी.


जिसे सुन कर मैं भी बहोत मस्त होने लग गया था. और मैं पहले से ज़्यादा जोश मे आ गया था. अब मैने उसके दोनो बूब्स को पकड़ लिया और एक बूब्स को अपने मूह मे डाल लिया. और दूसरे को अपने एक हाथ मे पकड़ लिया. अब मैं एक बूब्स को ज़ोर ज़ोर से चूस रा था और दूसरे की ज़ोर ज़ोर से दबा रा था.

क्या बूब्स थे उसके एक दम मखन के जेसे मुलायम. उसके बूब्स मेरे मूह मे जाते ही घुल रहे थे मानो. अब मैने उसके गोरे बूब्स के उपर पिंक निपल को अपने मूह मे लिया और उसे चूसने लग गया. वो इससे और भी गरम होने लग गई. फिर मैं उस निपल को अपने दाँत से ज़ोर से कटा. तो उसने मेरा सिर पकड़ लिए और मेरा सिर अपने बूब्स मे दबाने लग गई.

अचानक ही उस ने मेरा सिर पकड़ा और अपनी चूत मे मेरा मूह लगा दिया. अब मैं भी चूत को धीरे धीरे चूमने लग गया. मैने आज पहली बार चूत चॅट रा था इस लिए मुझे ये सब बहोत ही गंदा लग रा था. पर जब मैने अपनी जीब से उस की छूट को चाटना शुरू किया. तो मेरी जीब के उपर चूत का पानी लग गया.

उसका टेस्ट काफ़ी ही नमकीन था, मुझे शुरू शुरू मे बहोत ही खराब लगा पर बाद मे सब कुछ ठीक सा होने लग गया. मुझे वो पानी अब टॅस्टी लगने लग गया. और मैं ना जाने कब ज़ोर ज़ोर से उस की चूत को चाटने लग गया. मेरी जीब लगातार दीदी की चूत को उपर से नीचे की तरफ चॅट रही थी.


तभी मैं ने उसकी चूत के अंदर अपनी जीब डाली. और जेसे ही मेरी जीब चूत के अंदर गई तभी उस ने अपनी टॅंगो से मेरी गर्देन दबा दी. जिससे मेरा मूह दीदी की चूत के उपर सेट हो गया और मेरी जीब दीदी की चूत मे पूरी अंदर तक चली गई. अब दीदी ने अपनी गांड को ज़ोर ज़ोर से उपर नीचे उठाने लग गई.

मुझे साँस तक लेना मुश्किल हो रा था. मेरा नोस उस की चूत के दाने के उपर लगा हुआ था. तभी अचानक मेरी जीब के उपर पानी की जोरदार एक पिचकारी लगी. उस पानी का टेस्ट सच मे सब से अलग था वो मुझे बहोत ही टेस्टी लगा. इसलिए मैं झट से सारा पानी पी गया. और वो एक दम शांत हो गई और चुप चाप अपने जिस्म को ढीला कर के लेट गई.

अब मेरी बार थी मैं उठा और बाथरूम मे अपना मूह अच्छे से सॉफ कर के आया. और मैं सीधा उस के मूह के पास खड़ा हो गया. उस ने जब मेरा लंड देखा तो वो डर गई और अंदर लेने से माना करने लग गई. पर मैने पहले अपना लंड अच्छे से चुस्वाया और जब उन्हे मेरा लंड अच्छा लगने लगा. तो मैं सीधा उनकी चूत के पास गया और अपना लंड चूत पर सेट करके उसके उपर लेट गया.

मेरे होंठ उस के होंठो के उपर थे. मुझे पता था उस की चूत मे बहोट दर्द होगा इसलिए वो बहोत ज़ोर से चिला स्काती थी. अब मुझे और नही रुका गया मैं एक ज़ोर दार धका और अपना 3 इंच लंड बहेन की चूत मे उतार दिया. लंड अंदर जाते ही बहेन की तो जान ही निकल गई.


इसलिए पहले वो कुछ करती मै तभी 3 धके अपनी पूरी ताक़त के साथ मारे और अपना पूरा लंड बहेन की चूत मे घुसा दिया. बहेन की आँखों मे से आँसू बाहर आ गये, और वो रोने लग गई. अब मैने उसके होंठ छोड़ दिए और तभी वो ज़ोर ज़ोर से चीलाने लग गई.

पर मैने उनकी तरफ कोई ध्यान नही दिया और उसे ज़ोर ज़ोर से चोदने लग गया. मैं करीब 40 मिनिट तक ऐसे ही चोदा इसी बीच उसकी चूत ने मेरे लंड के उपर 3 बार अपना पानी छोड़ दिया था. फिर करीब 2 मिनिट बाद ही मेरे लंड ने भी अपना सारा पानी बहेन की छूट मे ही छोड़ दिया.

मैं पूरी तरह से तक थक गया था. इसलिए मैं उस के साथ ही बेड पर लेट गया. और उस ने मुझे किस किया और कहा – मेरे प्यारे भाई मुझे नही पता था की तुम मुझसे इतना प्यार करते हो. ई लव यू आज से मैं तुम्हारी और तुम्हारे लंड की दीवानी बन चुकी हूँ. आज से मैं और मेरा पूरा जिस्म अब से तुम्हरा है.

तुम इसे जब चाहे और जहा चाहे वही इससे खेल सकते हो. मैं तुम्हे एक बार भी नही रोकूंगी. और मैं आज से तुम्हारी बहेन नही तुम्हारी वाइफ बन कर रहूंगी. ई लव यू सो मच.


उस दिन के बाद मैं हर रोज बहेन को 2 बार चोदता हूँ. और कभी मोका मिले तो मैं उस को रात को उनके कमरे मे भी जा कर चोद देता हूँ. अब मै एक नंबर का बहेन चोद बन चुका हूँ.

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