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अपनी सगी बहन से शादी कर सुहागरात मनाया

मेरी बहन की यह बात सुनकर में और ज़्यादा उत्तेजित हो गया और अब में समझ गया था कि वो भी सुहागरात एन्जॉय करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। फिर मैंने रशिका को मेरे पास लिया और उसे हग किया और बोला आई लव यू डार्लिंग लेट्स एन्जॉय और सुहागरात तो रशिका ने भी मुझे हग कर लिया।


फिर मैंने उसकी आँखों में देखा तो मुझे नशा सा लगने लगा। फिर मैंने पहले उसके गालों पर किस किया और फिर किस करते-करते मुझे पता ही नहीं चला कि कब मैंने उसके लिप को स्मूच करना शुरू कर दिया। अब वो भी मुझे अच्छे से रेस्पॉन्स दे रहीं थी, अब हम दोनों अपने स्मूच में खो गये थे।

 

फिर मैंने स्मूच करते-करते उसके मुम्मे पर हाथ लगाया तो रशिका एकदम जैसे उसकी बॉडी में करंट आ गया हो तो वैसा उसको झटका लगा। फिर हमने स्मूच ब्रेक किया और अब में उसके मुम्मे को महसूस कर रहा था। आप ये कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

 

रशिका - भैया यह मेरा पहला स्मूच था, इट वाज़ ओसम भैया।

 

में - भैया नहीं, अब में तेरा पति हूँ और अब में उसकी साड़ी की पल्लू हटाकर उसके मुम्मे को प्रेस कर रहा था।

 

रशिका - हह्ह्ह्ह भैया धीरे से करो, मुझे तो आपको भैया ही बोलना है और हमारे पास एन्जॉय करने के लिए सारी रात है।

 

अब में फिर से रशिका को स्मूच करने लगा और अब में उसके मुम्मे को ज़ोर-ज़ोर से दबा रहा था और मेरा उसके टाईट सेक्सी मुम्मे से हाथ निकालने का मन नहीं हो रहा था, अब स्मूच करते-करते मैंने रशिका के ब्लाउज के हुक निकाल दिए और उसने अंदर लाल ब्रा पहनी थी और लाल ब्रा में उसके मुम्मे देखकर में पागल हो गया था। मैंने पहले कभी रशिका को ऐसे नहीं देखा था। फिर मैंने उसकी ब्रा को भी निकाल दिया और उसके मुम्मे चूसने लगा।

 

रशिका - आह्ह्ह्ह भैया, धीरे करो दर्द हो रहा है।

 

में - इतने सेक्सी मुम्मे है तेरे रशिका कंट्रोल नहीं होता और अब में उसके मुम्मे को एक के बाद एक चूसता रहा। अब रशिका बस मज़े में हहह्ह्ह्ह की आवाज़ें कर रही थी, अब मेरी बहन की सेक्सी जवान निप्पल खड़ी हो गई थी। फिर में उसके निप्पल को अपने मुँह में लेकर ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा और मेरे चूसने से वो पागल हो रही थी।

 

फिर मैंने उसके एक हाथ को मेरे लंड पर लगाया तो वो मेरे लंड को ड्रेस के ऊपर से ही सहला रही थी, लेकिन कुछ नहीं कर रही थी। फिर मैंने उसकी निप्पल को अपने दातों के बीच में लेकर काट दिया तो उसने मेरे काटने से मेरे लंड को अपने हाथों में पकड़ लिया। फिर मैंने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और पूरा नंगा हो गया, अब रशिका मेरे लंड को सीधे नहीं देख रही थी, शायद वो थोड़ा शर्मा रही थी।

 

फिर में उसके ऊपर गया और उसकी सेक्सी गहरी नाभि को किस करने लगा और उसके मुम्मे को दबाने लगा। अब रशिका मदहोश हो चुकी थी और हहह्ह्ह भैया की आवाज़ें कर रही थी, अब रशिका की नाभि को किस करते-करते मैंने उसकी साड़ी और पेटिकोट उतार दिया।

 

अब वो सिर्फ़ पेंटी में थी जो कि लाल कलर की थी, अब में उसकी जांघो को किस करता रहा। फिर मैंने एक के बाद एक उसकी टांगो को अपनी जीभ से चूसा, लेकिन अब तक उसकी पेंटी को हाथ भी नहीं लगाया। अब उसकी पेंटी पहले से गीली हो चुकी थी।फिर मैंने उसकी जांघो को किस करते-करते उसकी पेंटी पर हाथ लगाया तो रशिका ने मेरा हाथ पकड़ लिया। फिर मैंने ऐसे ही उसकी पेंटी के ऊपर से उसकी चूत को टच किया तो अब उसकी चूत को टच करते ही वो मचल रही थी। फिर मैंने उसकी पेंटी पर से उसकी चूत को किस किया।

 

रशिका - भैया आप मुझे यह क्या कर रहे हो अहह? फिर मैंने उसकी पेंटी के अंदर हाथ डाला और उसकी पेंटी को निकाल दिया, वाउ क्या मस्त चिकनी चूत थी? उसकी चूत एकदम क्लीन थी, शायद उसने शादी के एक दिन पहले ही शेव की थी।

 

फिर में उसकी चूत को देखकर पागल हो गया और चाटना करना शुरू किया तो अब वो आह भैया अहह की सिसकियां निकाल रही थी। अब में उसकी चूत को चाटते हुये अपनी उंगली भी अंदर डाल रहा था, अब वो दर्द और मज़े से मचल रही थी।

 

फिर मैंने उसकी चूत के दाने को चूसना शुरू किया, जवान वर्जिन चूत और वो भी मेरी बहन की। उसकी चूत का टेस्ट क्या मस्त लग रहा था? अब वो आउट ऑफ कंट्रोल हो गई थी, अब वो मेरे चेहरे को अपने हाथ से उसकी चूत पर दबाने लगी थी। आप ये कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

 

रशिका - हह्ह्ह्ह भैया आह्ह्ह्ह, अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा है भैया प्लीज़ मुझे चोदो, मेरी चूत में आपका लंड डालो भैया। अब में उसकी चूत में दूसरी उंगली भी डालकर अपनी 2 उँगलियों से फिंगरिंग कर रहा था और वो अहह भैया, प्लीज चोदो मुझे, फक मी भैया आह्ह्ह्ह बोले जा रही थी।

 

फिर मैंने मेरे लंड को उसकी चूत पर लगाया और रब किया। फिर अंदर डालने की कोशिश की। वो वर्जिन थी, अब उसे बहुत दर्द हो रहा था और अब वो उसके पैरों को चौड़ा नहीं कर रही थी। फिर मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और मैंने अपने लंड और उसकी चूत पर थोड़ी क्रीम भी लगा दी।

 

फिर मैंने उसके ऊपर आकर अपने लंड को उसकी चूत पर लगाकर ज़ोर से झटका दिया तो मेरा लंड थोड़ा अंदर चला गया तो अब रशिका दर्द से तड़प रही थी। फिर मैंने उसको स्मूच करना शुरू किया और स्मूच करते करते ज़ोर से एक झटका दिया और उसकी सील टूट गयी और उसकी आँखों से पानी आ रहा था।

 

फिर में थोड़ी देर तक उसी पोज़िशन में रहा और फिर धीरे-धीरे अंदर बाहर करने लगा। फिर थोड़ी देर तक ऐसे ही करने के बाद उसका दर्द कम हो गया तो उसने मुझे हग किया, अहह भैया चोदो मुझे और अंदर डालो भैया आह्ह्ह्ह चोदो मुझे। फिर मैंने अपनी स्पीड तेज करनी शुरू कर दी, अब में उसे ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था।

 

फिर थोड़ी देर के बाद मेरा पानी निकलने वाला था। फिर मैंने बोला कि रशिका डार्लिंग मेरा निकलने वाला है। फिर उसने बोला कि भैया फर्स्ट सेक्स का पानी मेरे अंदर ही छोड़ना। फिर मैंने एक ज़ोर के झटके से मेरा सारा पानी उसकी चूत में डाल दिया। अब वो मुझे उसके पैरों से लॉक करके उसी पोज़िशन में थी और हमने इसी पोज़िशन में 15 मिनट तक आराम किया।

 

फिर मैंने रशिका से पूछा कि कैसा लगा? फिर उसने बोला कि भैया बहुत मज़ा आया, लेकिन दर्द भी हो रहा है। फिर मैंने बोला कि चिंता मत करो बेबी ये दर्द तो मीठा होता है, अगली बार से बिल्कुल भी दर्द नहीं होगा और मैंने उसे स्मूच किया। फिर हम दोनों ऐसे ही स्मूच करते रहे। फिर मैंने रशिका से मेरा लंड चूसने को कहा तो अब वो थोड़ा अजीब सा महसूस कर रही थी।

 

फिर मैंने बोला कि बेबी बहुत मज़ा आयेगा। फिर में बेड पर नीचे लेट गया और अब वो मेरे लंड को पकड़कर हिला रही थी। फिर मैंने बोला कि रशिका चूस मेरे लंड को तो अब वो मेरे लंड पर किस कर रही थी, लेकिन पूरा अंदर नहीं ले रही थी।

 

फिर मैंने उसको 69 पोज़िशन में आने को बोला और अब उसकी चूत मेरे चेहरे पर थी।फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया और अब वो मेरे लंड को किस कर रही थी और में उसकी चूत से लेकर गांड तक अपनी जीभ से चाट रहा था और वो हह्ह्ह आह भैया और करो भैया और चाटो मेरी चूत को ऐसे आवाज़ें कर रही थी। फिर मैंने उसकी चूत को चूसते चूसते उसकी गांड में अपनी एक उंगली डाल दी।

 

अब वो मेरे लंड को पूरा अंदर लेकर चूस रही थी, अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और वो मेरे लंड के टोपे को उसकी जीभ से चाट रही थी और फिर सारा अंदर ले रही थी। फिर में भी उसकी चूत में अपनी जीभ डालकर चाट रहा था और उसकी गांड में उंगली कर रहा था और अब वो मेरे लंड को अपने मुँह में गले तक ले रही थी।

 

अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने उसको डॉगी स्टाईल में आने के लिए बोला और वो बेड पर अपनी गांड मेरी तरफ करके झुक गई। फिर मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और मेरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया। अब मेरा लंड अंदर जाते ही वो मचल गई और मैंने पीछे से उसके मुम्मे को पकड़ लिया और चोदना शुरू किया। आप ये कहानी अन्तर्वासना-स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है।

 

अब में उसके मुम्मे को दबाते हुये उसे चोद रहा था और रशिका हह्ह्ह भैया हह्ह्ह फक मी हार्ड भैया, फक मी चूत भैया, हह्ह्ह भैया फक मी डीपर, ऐसी आवाज़ें कर रही थी। अब में उसे चोदते-चोदते उसकी गांड और मुम्मे को प्रेस कर रहा था और अब पूरे रूम में ठप ठप ठप की आवाज़ें आ रही थी।

 

अब मेरा पानी उसकी गांड में निकलने वाला था और मेरी सुहागरात थी तो में उसके अंदर ही अपना पानी छोड़ना चाहता था। फिर मैंने बोला कि बेबी आई एम कमिंग। फिर उसने बोला कि भैया चोदो और चोदो। फिर मैंने भी उसकी चूत को मेरे स्पर्म से भर दिया और हम बेड पर एक दूसरे के ऊपर लेट गये।

 

ऐसे ही हमने उस रात अलग-अलग स्टाईल में सेक्स किया और ऐसे ही एक दूसरे को नंगे हग करके सो गये। फिर सुबह माँ ने दरवाजे को खटखटाया तो हमारी नींद खुल गई, अब रशिका मुझे स्माईल दे रहीं थी, अब मुझे वो संतुष्ट लग रही थी। फिर हमने स्मूच किया और बेड से नीचे आ गये और अपने कपड़े पहन लिए और फिर हमने सेक्स को खूब एन्जॉय किया।

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