हेलो दोस्तो मेरा नाम राजीव है और मैं चंडीगरह का रहने वाला हूँ. मेरी उमर आज 23 साल है पर आज मैं जो आप को बताने जा रा हूँ. वो बात उस टाइम की है जब मैं सिर्फ़ 19 साल का था. मैं उस टाइम अपनी ही सग़ी बहेन को चोद दिया था. और उस दिन के बाद मैं एक भाई से बेहेन चोद बन गया. दोस्तो चलिए अब कहानी शुरू करते है.
ये कहानी एक दम साची और बहोत मस्त है. इसलिए प्लीज़ इस कहानी को खूब अच्छे से और ध्यान पाडीए. दोस्तो मेरे घर मे मैं और मेरी बहेन और मम्मी पापा रहते है. पापा एक प्राइवेट जॉब करते है. और इसलिए हमने एक छोटा सा घर रेंट पर ले रखा है. उसमे 3 कमरे है और जिसमे एक मे मैं और दूसरे मे मेरी बहेन और तीसरे मे मम्मी पापा सोते थे.
अब मैं आप को अपनी बहेन के बारे मे बतता हूँ. उसका नाम ननिया है ननिया की उमर उस टाइम 1८ साल की थी. उस पर जवानी अभी अभी चड़ी थी. 1६ साल की उमर मे ही उसके बूब्स और गंद मे काफ़ी फराक सा दिखने लग गया था. उसका फिगर अचानक 34-32-34 हो गया था. मुझे उसके बूब्स और गॅंड बहोट आछे लगते थे.
पर ऐसा न्ही है की मेरी नज़र अपनी बहें पर शुरू से ही खराब थी. 19 साल की उमर मैं भी जवान हो गया था. क्लास की लड़कियो और मेडम को देख कर मेरा अक्सर मूड खराब हो जाता था. इसलिए मैं उनको सोच कर मूठ मरता था. घर मे पापा से ज़िद करके एक लॅपटॉप भी ले लिया था. जिसमे मैं हिन्दी सेक्स स्टोरी और ब्लू मोविए देखने लग गया था.
मूठ मारना मेरा रोज का काम हो गया था. जिससे मैं और मेरा लंड बहोत ही खुश हो जाते थे. एक दिन कुछ ऐसा हुआ की पापा जॉब पर गये हुए थे. और मम्मी पड़ोस की आंटी के पास बातें करने के लिए गयइ हुई थी. मैं शाम को खेल कर घर आया तो मैं सीधा ही घर मे घुस गया. मेरी बहें घर मे अकेली थी इसलिए वो बातरूम का दरवाजा बंद करके नही नहा रही थी.
दोस्तो मैं बता दूँ हुमारे घर मे बातरूम ओर टाय्लेट दोनो अटॅच था. मे जब घर मे आया तो मुझे बहोत ज़ोर से पेशाब आ रा था. इसलिए मैं घर मे आते ही सीधा टाय्लेट मे घुस गया. पर जेसे ही मैने दरवाजा खोला तो अंदर मेरी बहेन नहा रही थी. मेरे सामने वो पूरी नंगी पानी से भीगी हुई थी. उसे देख कर मैं पागल हो गया मैं अपने आप को बहोत मुश्किल से रोक पाया.
और फिर मैं व्हन से भाग सीधा अपने रूम मे गया. और वाहा से जा कर मैं पूरा नंगा हुआ और अपनी बहेन के जिस्म को देख कर मूठ मरने लग गया.
उस दिन मैने पहली बार अपनी बहेन को सोच कर मूठ मारी और उस दिन मेरे लंड मे से सब से ज़्यादा पानी निकाला. तब जा कर मैं बहोत खुश हुआ और उस दिन मैने अपनी बहेन को चोदने का सोचा.
जब मेरी बहन बाहर आई तो उसकी दोनो आँखें शरम के मारे नीचे थी. वो मुझसे नज़रें नही मिला पा रही थी. पर मेरी आँखें अब उसके जिस्म पर थी जिसे मैं देख रा था. मेरी आँखों के सामने उसके नंगे बूब्स और मस्त चिकनी चूत और गॅंड थी. अब मैं किसी भी तरह उसे चोदना चाहता था. पर मैं उसे चोदु केसे वो मुझे कुछ समझ नही आ रा था.
ऐसे ही कुछ दिन और निकल गये और मैं उसकी याद मे मूठ मरता रह गया. एक दिन मेरे घर मेरी बुआ आ गई. उन्होने एक रात के लिए रुकना था. रात को डिन्नर के बाद मम्मी ने मुझे कहा आज तेरे साथ तेरी बहन सो जाएगी और उसके रूम मे बुआ जी सो जाएगी. मैं ये सुन कर बहोट खुश हुआ मैने सोच लिया आज तो किसी भी तरह से अपनी बहन को चोदना ही है.
रात को मैं पहले बेड पर आ गया था जब ननिया आई तो मैने उसे कहा क्या प्लीज़ तुम मेरे लिए दूध ला स्काती हूँ. अब तक सब सो गये थे वो कुछ देर बाद गरम गरम दूध मेरे लिए ले कर आ गई. पर जब वो मुझे देने लगी तो उसके जिस्म पर पूरा दूध गिर गया. जिस वजह से उसे बहोत ही जलन होने लग गई. मैने उसे जल्दी से बेड पर सीधा लेता दिया और जल्दी से बोलोलिन क्रीम उसके साथ और बाजू पर लगाने लग गया.
इतनी रात को सब को जगाना मैने ठीक नही समझा. मैं झट से डोर अंदर से बंद कर लिया. ताकि उसकी आवाज़ बाहर ना जा सके. फिर मैं उसके कपड़े उतरने छाए लगा मैं उसकी मालिश कर सकुन. पर वो नही मानी फिर मैने उसे गुसे मे कहा चुप कर अगर मैने अभी इसे सॉफ नही किया तो तेरा इतना सुंदर जिस्म खराब हो जाएगा. ये कहते ही मैने उसके सारे कपड़े उतार दिए. और ठंडे पानी मे एक कपड़ा गीला करके उसके जिस्म को सॉफ करने लग गया.
जब मेरा हाथ उसके बूब्स पर पेट पर चल रा था तो वो एक दम मचल उठी. मैं समझ गया की ये ही एक सही मोका है. मैने उसे गरम करना शुरू कर दिया ताकि वो मेरी हो सके. उसकी आँखें बंद होनी शुरू हो गयइ. फिर मैने उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. ननिया बोली भाईया ये ठीक नही है प्लीज़. मैने कहा तू चुप कर प्लीज़ मुझे करने दे जो मैं आज कर रहा हूँ. फिर क्या था मैने उसका पूरा जिस्म को चूस डाला.
मैं भी अब पूरा नंगा हो गया और उसके उपर 69 की पोस्टीओं मे आ गया. और उसको अपना लंड ज़बरदस्ती चुस्वाया और मैने उसकी चूत को अच्छे से शौक से चूसा. दोनो ने एक दूसरे का गरम पानी पिया और फिर कुछ देर मैने उसके बूब्स और होंठ चूसे और जब मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. तो मैने उसके चुत्तदो के नीचे एक पिल्लो रखा ताकि लंड पूरा बड़ी आसानी से उसकी चुत मे चला जाएगा.
और फिर देखते ही देखते ही मैने अपनी बहेन की चूत मे अपना लंड उतार दिया. शुरू शुरू मे उससे बहोट तकलीफ़ हुई पर जब लंड ने उसकी चूत मे अपनी जगह बना ली थी. तब उसे मज़ा आने लग गया मैने उसके होंठो और बूब्स को चूस चूस कर उसका सारा दर्द मीठा दिया. अब वो मेरे साथ जन्नत के मज़े ले रही थी.
अपनी बहें की गरम साँसे मेरे अंदर एक अलग ही जोश भर रही थी. मेरी बहें नीचे से अपनी गॅंड को उठा उठा कर मेरा पूरा साथ दे रही थी. जिसे पा कर मैं बहोत खुश हो रा था. हम दोनो के चेहरे पर एक अलग एक ही खुशी छा रही थी. कुछ देर बाद उसकी चुत का पानी निकल गया. जिस वजह से उसकी चुत एक दम चिकनी हो गयइ. और मेरे लंड का पानी भी निकालने के लिए मजबूर हो गया.
जब हम दोनो का पानी निकल गया तो ननिया बोली भाईया आज तुमने मुझे जो मज़ा दिया है वो मज़ा मैने आज तक न्ही पाया. आज के बाद हम दोनो ये सब रोज किया कारगें. फिर क्या था उस रात मैने अपनी बहेन को 4 बार और चोद और आज तक उसे चुदाई करते आ रा हूँ.
तो दोस्तो इस तरह मैं एक भाई से बहनचोद बन गया. मुझे उमीद है आप को मेरी कहानी अछी लगी होगी. अगर पसंद आई है तो प्लीज़ नीचे दिए गये कॉमेंट्स बॉक्स मे एक कॉमेंट्स करके ज़रूर बताना।
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