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दीदी की वासना को शांत किया

हेलो फ्रेंड्स, यह मेरी फर्स्ट स्टोरी. सीधा स्टोरी पे चलते है. मई हू पर्थ और ये स्टोरी मेरे और मेरे दीदी क साथ हुई है. मेरे घर मई हम 6 लोग है. मा पापा मेरी 3 बड़ी दीदी ओर मे. बात मेरी और मेरे सबसे छोटी दीदी की है जिनका नाम सुरभि है.


बात उस टाइम की है जब मई बहोत छोटा था. मई यू ही खेल रहा था. खेलते खेलते मे घर के पीछे बने कची कमरे के बाजू मई चला गया वाहा मैने देखा क मेरी परिवार की ही एक दीदी (प्रीति) उस कमरे मे ह और सुरभि दीदी भी वाहा है मैने अंदर देखा तो देख क हैरान हो गया.


गर्मी का टाइम था सब सो रहे थे सुन सान था सारा घर और वो दोनो पीछे क कची कमरे मे थे. मैने गेट क पास जाकर देखा तो पता चला प्रीति दीदी अपना नाडा खोल रही है और सुरभि दीदी टॉप लेस है और अपनी स्कर्ट उतार रही है. देखते ही देखते दोनो नंगे हो गये.


प्रीति दीदी ने फिर एक चादर बिछाई फर्श प और लेट गयी उनके उपर सुरभि दीदी लेट गयी. दोनो नंगे थे एक दूसरे से चिपके हुए. प्रीति दीदी क बूब्स बड़े बड़े थे क्योंकि की उमर उनकी ज़यादा थी सुरभि दीदी क छोटे छोटे. फिर दोनो ने एक दूसरे के होठ चूसना चालू कर दिया दोनो पसीने से लथपथ हो गये थे.

मुझे इन सब की समझ तो थी नही बट बाहौत मज़ा आ रहा था. फिर प्रीति दीदी ने सुरभि दीदी की नीचे लिटा दिया और उनकी चूत को देखने लगी फिर झुक कर अपनी जीभ उनकी चूत प रख दी और सुरभि दीदी ने अपनी टांगे लॉक करदी उनक सिर पर प्रीति दीदी उनकी चूत चाटने लगी थी कुछ देर बाद प्रीति दीदी लेट गयी और सुरभि दीदी उनकी चूत क पास आई और मैने गौर किया की उनकी चूत पे बाहौत बाल ह. इतने मे सुरभि दीदी बोली की बाहौत बाल आ गये है चूत पे बना लिया करो और उनकी चूत चाटना चालू कर दिया गर्मी मे दोनो का बुरा हाल था मे भी खड़ा ख़ड़ा पसीने मे भींग चुका था.

फिर कुछ देर चाटने क बाद प्रीति दीदी ने सुरभि दीदी का सिर चूत मई दबा दिया और पानी छोड दिया इतने मे उन्होने मुझे जाख़्ते हुए देख लिया और मुझे आवाज़ लगाई और सुरभि दीदी को गेट खोल क अंदर लाने को कहा मई भागना चाहा पर जब तक सुरभि दीदी नंगी ही भाग के पकड़ ली और अंदर ले आई अंदर जाकर उन्होने गेट बंद कर लिया.


फिर प्रीति दीदी ने कहा हमने जो किया सब देखा क्या तूने ?? मैने हा कहा फिर दीदी ने प्यार से मुझे बुला के बोला के किसी को नही बताना. मे उनसे डरता था तो बताने का सवाल तो था ही नही इसीलिए उन्होने कहा कैसा लगा मैने कहा के क्या कर रहे थे आप दोनो तो बोली की सेक्स.मैने कहा क ये क्या होता है तो बोली क एक ऐसी चीज़ जिसमे दुनिया का सबसे अछा मज़ा है मैने कहा सिर्फ़ लड़किया करती है तो बोली की नही लड़की और लड़का करते है वो तो हम ऐसे ही लगे थे इतने मई मैने पीछे देखा तो सुरभि दीदी नंगी चूत मे उंगली कर रही थी.

इतने मे प्रीति दीदी बोली की तुझे करना है क्या मैने हा मे सिर हिलाया तो वो बोली की नंगा हो जा मे तुरंत हो गया मेरा लंड सुखदा बिल्कुल छोटा सा था तो बोली की बचा ही है तू और हस के मेरे लंड को किस किया और बोली की लेट जा मे लेट गया और उपर आकर मेरे होठ चूसने लगी और सुरभि दीदी उनकी चूत चाटने लगी..


फिर वो पीछे हुई और सुरभि दीदी को बोली की रुक जा मईमे पीछे हो जाो तो कुत्तो की तरह चाटना और इतना कह कर वो मेरे लंड को मूह मे ले ली और सुरभि दीदी पीछे से उनकी चुत चाटने लगी में छोटा था तो लंड खड़ा नही होता था बस जो भी हो रा था मज़ा आ रा था फिर उन्होने कहा क सुरभि एक अछा लंड तैयार करना है अपने को.


फिर सुरभि दीदी मेरे मूह पे बैट गयी और बोली की चॅट मेरी चूत. में चूत चाटने लगा और प्रीति दीदी मेरा लंड चुस्ती रही बोली की होने लगेगा खड़ा. मे चूत चॅट रहा था इतने मे दीदी बोली की मेरा पानी निकलेगा चॅट पी लेना और कहते ही उनका पानी निकला और मैने पी लिया..


और फिर प्रीति दीदी आ गयी मेरे मूह पे चूत रख दी और सुरभि दीदी मेरा लंड चूसने लगी और थोड़े टाइम बाद वो झाड़ गयी मेरे मूह मै.. और फिर तीनो स्मूच कर के कपड़े पहेन ने लगे इतनी मई प्रीति दीदी बोली की मे छुट्टिया यही मनओगी तो रोज़ करेगे मै बोला ठीक है. खुस हो गया मै और दीदी भी.

इतना कह कर दीदी ने कहा किसी को नही बताना दोस्तो को ना घर मै कही मई बोला हा ठीक है .इतना कह कर तीनो वाहा से चले गये दीदी अपने काम मै बिज़ी हो गये हम 3नो अलग रूम मै एक साथ सोने लगे रोज रात को सेक्स करते. कुछ टाइम बाद मेरा लंड खड़ा होने लगा मेरा लंड 5.5 इंचस का हो गया मै रोज़ दोनो को चोद्त उनका पानी पिता वो मेरा पानी पीटी.


एक दिन हम 3नो घर मई अकेले थे मॉं पापा और 2नो बड़ी बेहेने शादी मई गये थे 8 दिन को. तो दीदी और मै घर मै नंगे रहते बाहौत चुदाइ करते बफ देख कर चुदाइ करते.


एक बार दीदी ने मुझ से चुत चटवाई और अपना पानी पास मे रखे पानी क ग्लास मई निकाल दिया और आधा खुद पी गयी और बाकी मुझे दे दिया तो मै भी पी गया. फिर हुमारा रोज़ का हो गया पानी मै में उनको अपना पानी मिला के देता सब पीते शेर कर क वो दोनो अपने पानी मुझे पीला थे.


शाम को खाना का टाइम हुआ तो प्रीति दीदी बोली की चलो पहले नहाते है हम दोनो ने हा कर दी और बात रूम मई चले गये वाहा जाते ही सुरभि दीदी बोली कई डर्टी हो जाए तो प्रीति दीदी हास क बोली हा हो जाए और इतना कह कर दोनो ने मुझे नीचे बिठा के मेरे उपर मुतना शुरू कर दिया गरम पेशाब की धार पड़ती जा रही थी मुझपर मै पूरा भींग ता जा रहा था.

इतने मई प्रीति दीदी बोली की पीजा मैने पीना चालू कर दिया और मुझे पहले तो बुरा लगा फिर मज़ा आने लगा तो मै पी गया पेशाब ख़तम होने क बाद मैने उन दोनो की चुत चॅट क सॉफ की और बोला की आब तुम्हारी बारी और इतना कह कर मै खड़ा हो गया और वो दोनो बैठ गयी मैने मुतना चालू किया दोनो के फेस पर बारी बारी से दोनो मूह खोल कर पी रही थी.


मैने दोनो को पूरा नहले दिया फिर उंदोनो ने मेरा लंड चूसा और मेरा कम मैने सुरभि दीदी क मूह मै निकाल फिर सुरभि दी ने कम स्मूच कर के प्रीति दी मे मूह मे दे दिया जो वो पी गयी.

मुझे बाहौत मज़ा आया फिर हमने नाहया और नंगे ही किचन मै आ गये मई किचन के गॅस स्टॅंड पे बैठ गया और प्रीति दीदी बोली की डर्टी खाना खायगा मैने हा मै आन्सर दे दिया और वो बोली की सब लोग खूब पानी पी लो तो सबने पानी पिया फिर सुरभि दीदी सब्ज़ी बनाने लगी और पानी की जगह प्रीति दीदी का मूत डाल दिया सब्ज़ी अजीब सी तो थी पर इंटरेस्टिंग थी.


फिर आते मई सुरभि दीदी का मूत और मेरा मूत डाल दिया और मूत की सब्ज़ी रोटी खाई. 3नो ने बहौत खाया. फिर टीवी देखने लगे. कुछ टाइम बाद सुरभि दीदी बोली की कुछ रूल्स बनाने चाहिए तो प्रीति दीदी बोली कैसे रूल्स तो बोली की बताती हू और टीवी ऑफ कर दो.


मई कर दिया फिर बोली के देखो किसी क भी पेशाब का एक भी बूँद ना फैले और ना ही किसी का पानी की बूँद. और ना टाय्लेट मै कोई गेट लगायगा ना कपड़े पहने गा. हम दोनो ने सहमति दी और फिर सुरभि दीदी प्रीति दीदी के मूह प बैठ कर चूत चटवाने लगी और मई प्रीति दीदी की चूत चाटने लगा अपना लंड उनकी तरफ कर के और फिर सुरभि दीदी जुख कर मेरा लंड चूसने लगी प्रीति दीदी थोड़ी देर मई झाड़ गयी वो बाहौत जल्दी जड़ जाती हाई और उनका पानी बाहौत सारा निकलता है.


मैने उनका पानी पी लिया फिर सब अलग हुए और मैने प्रीति दीदी की चूत प लंड रखा और चुदाई चालू की और सुरभि दीदी उनके चूत का उपर वाला पॉइंट रब करने लगी फिर 5 मीन बाद सुरभि दीदी को डॉगी पोज़िशन मई चॉड्ना चालू किया और उनको शांत किया.


फिर दोनो बेहेनो क मूह पर झाड़ा आब जब तक मा पापा और दीदी वापस नही आई हम 3नो ने बाहौत मूत पिया और बाहौत चुदाई की खाना मूत से बनता था और पयस लगने पर मूत पीते थे.

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