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भाई मुझे रात भर चोदता है

मेरा नाम स्वाति गुप्ता है. मैं दिल्ली की रहने बाली हु, मेरे घर में माँ पापा और हम भाई बहन रहते है. माँ और पापा दोनों बैंक में जॉब करते है. भाई कॉलेज के थर्ड पार्ट में है और मैं अभी कॉलेज जाना शुरू की हु, मैं 19 साल की हु, बहूत ही हॉट हु, मेरे ब्रा की साइज 34 B है

मुझे लड़को में चस्का लग गया है. पहले भी मैं दो तीन बार अपने स्कूल के फ्रेंड से चुद चुकी हु, जब मैं कॉलेज गई तो वह एक लड़का है सोनू, बहूत ही हॉट है. हलकी हलकी दाढ़ी रखता है. कान में सोने की बालियां पहनता है. और कॉलेज खुली जीप पर आता है, उसका मसल्स बहूत ही बेजोड़ है. मैं उसके आगोश में आना चाहती थी.


वो बहूत ही बड़े घर का बेटा मैं चाहती थी की उससे पटाऊँ, और खूब मजे लू, अपने चूत की गर्मी शांत करवाऊं उससे, मैं अपने जलवे दिखने शुरू किये, और अपनी कजरारी आँख और मटकती हुई चाल, और मेरी छलकती हुई जवानी से रिझाने लगी.दस दिन में ही कामयाब हो गई, और मैं उसको अपना बॉय फ्रेंड बना लिया, खूब मजे लेने लगी.


कभी मक डोनाल्ड, कभी पिज़्ज़ा हट, कभी सिनेमा, आखिर रो में टिकेट लेती थी और वो मेरी जीन्स के अंदर हाथ डाल के मेरी चूत को सहलाने लगता था. चूचियां दबाते हुए मेरी तो तन बदन में आग लग जाती थी. मैंने उसका लंड पकड़ के अपनी मुट्ठी में भरते रहती थी, और हिलाते रहती थी, दोस्तों मेरी दोनों निप्पल दर्द करने लगता था क्यों को वो मेरी निप्पल को अपने दोनों अँगुलियों से रगड़ते रहता था. मेरी चूत हमेशा गीली होने लगती थी. वो मुझे चूमता था मेरी होठ को अपने दांतो से काटता था, इसी तरह से चलने लगा.


दोस्तों अब मुझे लगता था की वो मुझे चोदे, क्यों की अब उसकी के ख्याल में रहती थी. और हमेशा रात में सोचते रहती थी की वो मुझे ऐसे चोदेगा, और मेरी गांड में ऊँगली घुसायेगा, ऐसे मेरी चूत को चाटेगा, ऐसी मेरी चूचियों को मसलेगा, मैं आह आह करुँगी और वो मेरी चूत में अपना मोटा लंड घुसाते रहेगा और मैं आह आह आह करते रहूंगी, दोस्तों वो दिन भी आगया, एक दिन मेरा भाई कॉलेज गया, माँ और पापा दोनों बैंक गए.

मैं बहा ना बनाई की मेरी तबियत खराब है और मैं घर पे ही रह गई. जैसे सब लोग बाहर गए. एक दिन पहले ही मैं सोनू को बोल दिया था की कल तू पक्का १० बजे मेरे घर के आस पास ही रहियो, क्यों की मैं तुम्हे दस बजे ही कॉल करुँगी. कल मैं नहीं चाहती की देरी हो. और हुआ भी यही, मैंने तुरंत फ़ोन किया. वो पार्क के पास ही था और सिर्फ पांच मिनट में आ गया.


आते ही उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और मेरे होठ को चूसने लगा. मैं गदगद हो रही थी, मैं टी शर्ट पहनी थी और जानबूझ कर ब्रा पहले से उतार दी थी ताकि मजा में कोई ज्यादा खलल ना हो. वो देखते ही बोला वाओ, मैंने भी सोनू का लंड तुरंत ही पकड़ लिया, और बैठ गई. बेल्ट खोली और चेन खोली, और उनका मोटा लंड निकाल कर चूसने लगी. 


वो मेरी बाल पकड़ रखा था और वो भी हौले हौले से मेरे मुह में लंड घुसाने लगा. मुझे बहूत ही ज्यादा मजा आने लगा. फिर मैंने उसको अपने बैडरूम में ले गई. वो मुझे बेड पे पटक दिया. और मेरी टी शर्ट को ऊपर कर दिया और मेरी चूचियों को दबाने लगा. उसके मुह से सी सी सी ऊ ऊ की आवाज आ रही थी. क्यों को वो बहूत ही ज्यादा कामुक हो गया था.


मैंने तुरंत अपनी कानेभी बिना देर किया अपने सारे कपडे उतार फेके, मेरी लाल कलर की पेंटी के ऊपर से वो पहले सुंघा और एक गहरी साँसे लेते हुए कहा, तुम हुस्न की मालिक हो मेरी जान, मैं तेरे ऊपर मरता हु, तेरे जैसा लड़की जो इतनी हॉट हो आज तक मुझे नहीं मिली, मजा आ गया तुन्हें पाके मेरी जान स्वाति, मैंने कहा क्या तुम मुझे ऐसे ही प्यार करोगे? सोनू बोला अरे इससे भी ज्यादा करूँगा.


एक रात तुम्हे अपने फार्म हाउस पे ले जाऊंगा. फिर देखना क्या क्या होता है. पर didikichudai ki एक बात का ध्यान रखना. जब तुम्हे अपने फार्म हाउस पे ले जाउगा, मैं तेरे शरीर में जितने भी छेद है उस सब में मैं अपना लंड घुसूंगा. मैंने पूछा कहा कहा घुसायेगा. उसने कहा. देख तेरे मुह में घुसूंगा. तेरी चूत में घुसूंगा. फिर तेरी गांड में घुसूंगा. मैंने कहा मुह में और चूत में तो ठीक है पर मैं तुम्हे अपने गांड में नहीं घुसने दूंगी. क्यों की गांड में बहूत ही ज्यादा दर्द होगा. और मैं बर्दाश्त नहीं कर पाऊँगी.तभी सोनू बोला मेरी जान तुम चिंता क्यों करती हो. मैंने तुम्हे पहले शराब पिलाऊंगा. उसके बाद सब कुछ होगा. मैं बोली ठीक है देखते है


और उसने मेरी पेंटी उतार दी और अपनी जीभ से मेरी चूत को चाटने लगा. मैंने आज उस दिन ही सुबह सुबह अपने चूत की और काख की बाल को साफ़ की थी. मेरी चूत एक दम क्लीन था. वो बड़े मजे लेके मेरी चूत को चाट रहा था. और अपनी जीभ से मेरी चूत में घुसा रहा था. मैं काफी सेक्सी हो चुकी थी. मेरी चूत आग में धधक रही थी. मेरी चूत से बार बार पानी छोड़ रहा था, मैं पागल हुए जा रही थी. मैंने सोनू से बोला की सोनू मुझे तड़पाओ मत मुझे तुम्हारा लंड चाहिए, मेरी चूत अब काफी गीली हो गई है.


मैं अब बिना देर किये तुम्हरे लंड को अपने चूत के अंदर लेना चाहती हु. सोनू तुरंत ही अपना लंड अपने हाथ में लिया और दिखाया, बोला देख नौ इंच का लंड, आज तेरी चूत को फाड़ देगा. मैंने कहा अरे जा जा देखती हु किसमे कितना दम है. आज मैं भी पूरी तरह से अपने चूत में मोटा से मोटा लंड लेने के लिए तैयार हु.


उसने अपना मोटा लंड मेरी चूत पे रखा, दोस्तों मेरी चूत पे लंड रखते ही. मेरा पूरा शरीर काँप उठा और अंगड़ाइयां लेने लगी. मैंने अपने हाथो से अपने दोनों बूब के दबाने लगी. तभी सोनू बोला अरे तुम खुद अपनी चूचियां दबा रही हो. जब आज मैं तुम्हारे साथ हु तो ये सब मेरा काम है और वो मेरी दोनों चूचियों को अपने दोनों हाथों से दबाने लगा. और जोर से धक्का दिया, पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में समा गया


मेरी मुह से आह निकल गई. और फिर जो लगा चोदने, क्या बताऊँ दोस्तों जोर जोर से वो मेरी चूत में लंड को डाल रहा था. और मैं आह आह आह कर रही थी. लंड को चूत के अंदर आते जाते मेरी चूत से सफ़ेद क्रीम निकलने लगा. वो सोनू के लंड में लग रहा था. मुझे बहूत ही ज्यादा मस्ती छा रही थी. और मैं अपने तरफ से जितना हो सके निचे से धक्के दे रही थी. वो ऊपर से धक्के दे रहा था. और मैंने अंदर से दे रही थी. मैं दोनों हाथो से उसमे चूतड़ को पकड़ के अपने चूत पे सटा रही थी, और फिर मैंने उसको अपनी बाहो में भर ली और उसका मुह अपने कंधे पे ले ली, अपने पैरों को उसके चारो और लपेट कर चुदवाने लगी.


वो आह आह आह कर रहा था, मैं भी उफ़ उफ़ उफ़ कर रही थी. दोनों एक दूसरे को मजे दे रहे थे, तभी कमरे में आवाज आई स्वाति ये तुम क्या कर रही हो. मैंने देखा मेरा भाई मेरे सामने खड़ा था. सोनू तुरंत ही अपना कपड़ा पहना और जाने लगा, मैं भी तुरंत बेडशीट लपेट कर अपने कपडे ले के बाथरूम में चली गई. तभी मेरा भाई सोनू को बोल रहा था, मादरचोद, अगर और कभी देख लिया तुम्हे मेरी बहन के आस पास तो तुम्हे क्या करूँगा तू सोच भी नहीं सकता, और सोनू तुरंत ही वह से भाग कर चला गया.

मेरा भाई बाथरूम के दरवाजे पर आया और बोला. निकल साली जल्दी बाथरूम से. इतना ही तुम्हे शौक था तो कहती मम्मी पापा से बोल कर शादी करवा देते, मुह क्यों मार रही ही…दोस्तों उसकी गलियों में मुझे गुस्सा कम और चूत में पानी ज्यादा ही आ रहा था. क्यों की वो मुझे कह रहा था, क्या पड़ी थी तुमको ठुकवाने की. इतनी गर्मी चढ़ गई थी तुझे, क्या तेरा चूत लंड के बिना नहीं रह सकता है. गांड फाड़ के चला गया वो लड़का, चूत फड़वाकर मजा आया ना तेरे को, साली देख ना, गर्दन में कैसे काटा है दांत से अभी तक निशान है, गाल पर ये उस हरामजादे का चुम्मा का निशान है.


वो इसी तरह से मुझे गाली दे रहा था. मैं वही कड़ी थी, वो फिर मुझे कहने लगा, साली खड़ी है ऐसे की जैसे कुछ हुआ ही नहीं, अगर देख स्वाति अब तुम्हे बताता हु मैं कौन हु, मैं ऐसी आग लगाऊंगा तेरी ज़िन्दगी में तुम भी सोच के सिहर जाएगी. दोस्तों मुझे डर लगने लगा. मुझे लगा की पता नहीं वो क्या करने बाला है. मैंने पूछी उससे आखिर तू मेरी ज़िन्दगी बर्बाद करने की बात जो कर रहा है. करेगा क्या? तो उसने कहा आज शाम को जैसे ही माँ और पापा घर आएंगे वैसे ही तेरी सारी चुदाई की कहानी उन दोनों को सूना दूंगा और फिर तू समझियो क्या हाल होगा, तेरी चूत में जो गर्मी चढ़ी है ना उसको तो मम्मी ही बुझाएगी, मैंने कहा देखो भाई जो होना था सो हो गया, अब वो मुझे चोद कर चला गया, अब मुझे माफ़ कर दो.


तभी वो बोल उठा “माफ़ कर दो”, देख स्वाति मैं तो तभी माफ़ कर पाउँगा, जब तुम मुझे भी चोदने दोगी, नहीं तो कोई चारा नहीं है, मैंने कहा अरे मैं तो अपने बॉयफ्रेंड से चुदवा रही I understand थी, तुम तो मेरे भाई हो और भाई बहन में कभी भी सेक्स नहीं होता है, ये तो पाक रिश्ता है. तभी मेरा भाई बोल उठा, बहनचोद तुम तो बताओ ही नहीं क्या रिश्ता होता है क्या नहीं होता है. साली कुंवारी लड़की किसी गैर से चुदवाती है क्या? मैंने कहा क्यों आज कल जमाना चेंज हो गया है कुछ भी हो सकता है हम खुले विचार के है. तो मैंने कहा फिर मैं बोल रहा हु तो तेरी फट रही है, भाई याद आ रहा है. 


मैंने कहा अगर तुम्हे लगता है, बहन को चोद कर तुम्हे ख़ुशी मिलेगी तो चोद ले मुझे, तभी मेरा भाई बोला आज ही नहीं मैं रोज तेरी चूत मारूँगा, मैं बोली अगर मैं पेट से हो गई तो? तो मेरा भाई बोला साली कहती है नए ज़माने के है और कहती है पेट से रह गई तो. आज कल बाजार में ऐसी ऐसी गोलियां है जिसको खाने से करीब एक साल तक बच्चा होने का चांस नहीं रहता है, मैंने कहा ठीक है फिर ले आना, और मैंने अपना टीशर्ट निकाल दी. मेरा भाई मेरी बड़ी बड़ी सॉलिड चूचियां को देखकर, हैरान रह गया बोला, इतनी हॉट है मेरी बहन और मुझे पता ही नहीं चला, क्या मस्त माल है स्वाति, क्या चूच है तेरी, अब देर मत कर तुम निचे बाला भी खोलो पहले दर्शन करूँगा फिर पूजा करूँगा तेरी चूत की.


मैंने निचे का लोअर भी उतार दी. पेंटी तो पहले से ही खुली हुई थी. वो पास आ गया और निचे बैठकर मेरी चूत में ऊँगली डालते हुए बोला, तेरी चूत तो बड़ी ही मस्त है, क्या बाल है इसपर, और फिर वो चीरते हुए बोला अरे यार अंदर से तो तरबूज की तरह लाल है. मैंने कहा हां है तब जो करना है कर लो. इतना सुनते ही उसने मुझे अपने गोद में उठाया और बेड पे पटकते हुए मेरी चूत को चाटने लगा, मैं तो पहले से ही कामुक थी, मुझे और चाहिए था लंड, अभी तो जोश में भी आई थी तभी इसने काम ख़राब कर दिया था. मेरा भाई मेरी चूत को चाटने लगा और खूब मजे लेने लगा. मैंने कहा चाट ले जितना मन कर रहा है, फिर उसने मेरी चूचियों को मसलते हुए कहा, बताओ घर का माल और पहले कोई और खाये, मैं भी पागल था, मेरी बहन को कोई और पेल रहा था और मैंने मूठ मार कर काम चला रहा था.


इतना कहते हुए मेरी होठ को वो चूसने लगा, मुझे बाहों में भर लिया, उसका लंड मेरी चूत के आसपास रगड़ खा रही थी. मैंने उसके लंड को पकड़ी और अपने चूत में दरवाजे पे लगा दिया, उसने एक जोर का झटका दिया और वो अपना पूरा लंड मेरी चूत में पेल दिया, मैं दर्द से कराह उठी. क्यों की मेरे भाई का लंड मेरे बॉयफ्रेंड के लंड से ज्यादा ही बड़ा था. मैं उसको अपनी बाहों में भर ली, मेरी चुचिया उसके छाती से चिपकी हुई थी. और वो मेरे चूत में जोर जोर से धक्के देने लगा. मैंने भी जोश में आ गई और मैं भी निचे से धक्के देने लगी, फिर क्या था दोस्तों, उसके बाद वो मुझे उलटा कर पलटा कर. बैठा कर, खड़ा कर कर चोदने लगा.


करीब २ घंटे तक मुझे चोदा और मेरी जिस्म से खेला और फिर जब वो दो बार डिस्चार्ज हुआ तब वो निढाल होकर सो गया. शाम को उठा नहाया धोया, तब तक माँ और पाप भी आ गए. फिर सब कुछ नार्मल हो गया. रात को वो बोला की मैं ऊपर के फ्लोर पे ही सो जाता हु, निचे ठीक नहीं लगता है. 


दोस्तों पता है वो ऐसा क्यों बोल रहा था, ऊपर के फ्लोर पे दो कमरा था एक में मैं सोती थी एक गेस्ट के लिए था. मैं सब समझ गई की ये मुझे रोज रोज मुझे रात की रानी बनाना चाहता है. मैंने कहा भाई ये रोज रोज ठीक नहीं है. तो वो बोला मैं घर में तेरे कारनामे पेश करूँ क्या, मैंने कहा नहीं नहीं जो तू चाहेगा वही करुँगी.

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