हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अमित है
और में अहमदाबाद से हूँ। अभी के ज़माने में सेक्सी रिश्तों की कोई कमी नहीं होती
है। में इंजीनियर हूँ और में अपने कज़िन की बीवी मतलब भाभी के साथ चालू कैसे हुआ? ये उसकी कहानी
है। इंडियन लड़की के प्यार में पड़ना बहुत आसान है और जब उसके बूब्स और गांड मस्त
हो तो बात ही बन जाए। मेरी भाभी एकदम परी जैसी थी और उसका नाम रानी था। उसका साईज
32-24-36 था और वो बहुत गोरी थी। उसकी उम्र 27 साल थी, लेकिन कोई कह
नहीं सकता कि वो 22 साल की भी होगी। वो एक हाउसवाईफ है और में अक्सर उनके घर जाया
करता था। वो भी मुझसे काफ़ी फ्रेंड्ली थी और में उसको सोचकर कई बार मुठ मारता था।
एक दिन मुझे उनके
घर के नज़दीक एक बैंक में काम था तो में उस काम से गया, लेकिन बैंक वालों
ने मुझे 2 घंटे तक इंतजार करने को कहा तो में रानी के घर चला गया। फिर मैंने
दरवाजा खटखटाया, लेकिन काफ़ी देर तक किसी ने दरवाजा नहीं खोला, फिर उनकी आवाज़
आई कि अमित ज़रा रुक जाओं में आती हूँ।
फिर जब वो आई तो
में तो शॉक रह गया। अब उन्होंने सिर्फ़ एक टावल पहना हुआ था। फिर मैंने उनको सारी
बात बताई तो उन्होंने कहा कि नो प्रोब्लम तुम यहाँ रुक सकते हो। जब भैया तो ऑफिस
गये हुए थे, तो अब मुझसे रहा नहीं गया। मैंने कहा कि मुझे बाथरूम जाना
है और में सीधा बाथरूम में जाकर हिलाने लगा, लेकिन जल्दी में मैंने
दरवाजा बंद नहीं किया तो अचानक पीछे से मेरी भाभी ने मुझे देख लिया।
फिर उन्होंने कहा
कि ये तुम क्या कर रहे हो? अब में तो डर गया था कि अब मर गये, लेकिन उन्होंने
मुझे बाहर बुलाया और कहा कि जो तुम अंदर कर रहे थे, वो मेरे सामने करो नहीं
तो में तुम्हारी माँ को सब बता दूंगी कि तुम क्या कर रहे थे? मेरा लंड अभी भी
तना हुआ था, तो मैंने कहा कि मुझे शर्म आ रही है। वो बोली कि बेटा अंदर
तो कुछ शर्म नहीं आ रही थी। में उनके मुँह से सुनकर यह शॉक हो गया। फिर मैंने सोचा
कि आज उसको मेरा लंड दिखा ही देता हूँ।
फिर मैंने जीन्स
की चैन खोल दी और मेरा लंड सीधा फंनफनाता हुआ तन गया। मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2
इंच मोटा है और थोड़ा सांवला है। फिर थोड़ी देर तक देखने के बाद वो बोली कि अब इसे
हिलाओ तो सही। अब मुझे पता चल गया था कि यह चुदने के मूड में है। मैंने कहा अभी
हिला देता हूँ, मुझे कोई प्रोब्लम नहीं है।
फिर वो हंसने लगी
और बोली कि ऐसे मेरे सामने खड़ा है, तुझे शर्म नहीं आती। मैंने कहा कि कैसी शर्म? अब में तुझे भी
नंगी करूँगा ना। फिर तो उसने सीधा मेरा लंड पकड़कर मेरे लंड को अपने मुँह में ले
लिया और ऐसे चाटने लगी जैसे उसने कभी लंड देखा ही नहीं हो। अब में तो सीधे सांतवे
आसमान में पहुँच गया था और सोफे पर जाकर लेट गया। अब वो आराम से मेरा लंड चाट रही
थी। फिर मैंने उसके गले तक मेरा लंड घुसा दिया।
अब उस साली से
सांस भी नहीं ली जा रही थी, वो अब कुछ बोल भी नहीं पा रही थी। फिर थोड़ी
देर के बाद मैंने उसको छोड़ दिया और फिर मैंने उससे कहा कि सिर्फ़ मेरा लंड ही
चूसेगी या मेरे अंडो को भी अपने मुँह में लेगी और मैंने ज़बरदस्ती अपने अंडो को
उसके मुँह में डाल दिया और फिर से उसका मुँह पूरी तरह से भर गया। अब वो इस बार
मज़े ले रही थी, शायद उसको मेरे लंड के अंडे पसंद आ गये थे। अब वो अपने मुँह
से मेरे लंड को निकाल ही नहीं रही थी। अब मेरा पानी निकलने वाला था, क्योंकि वो आधे
घंटे से मेरे लंड को चूस रही थी।
फिर मैंने पूछा
पानी कहाँ निकालूं? तो वो बोली मेरे मुँह में ही डाल दो मुझे इसका
टेस्ट बहुत पसंद है। फिर मैंने एकदम से उसके मुँह में लंड घुसाया और पिचकारी
छोड़ने लगा। मेरा इतना पानी आज तक नहीं निकला था। अब वो मेरा सारा पानी पी गई। फिर
उसने मेरे लंड को भी मस्त चाट लिया। अब में उसके बॉल्स के साथ खेलने लगा और उसके
निप्पल एकदम सख़्त थे और उसके बूब्स तो एकम लचीले थे। अब में तो उस पर टूट पड़ा।
फिर मैंने सोचा कि अब चलो इसको हैरान किया जाए। फिर मैंने धीरे से एक उंगली उसकी
चूत में घुसा दी। वो तुरंत ही मौन करने लगी। फिर मैंने धीरे-धीरे से उंगली डाली तो
उसको मज़ा आने लगा। फिर मैंने एक साथ उसमें 4 उंगली डाल दी और वो चिल्लाने लगी और
बोली कि भड़वे निकाल तेरी उंगलियां। लेकिन मैंने उसको दबोच लिया और मैंने उसे
छोड़ा ही नहीं। अब उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे।
फिर मैंने कहा कि
शांत रहो में आज तेरी हर बॉडी पार्ट को लचीला कर दूँगा और उंगली के साथ लंड भी
घुसा दिया और वो तो अब मानों बेहोश सी हो गई थी। अब में इतने से नहीं रुका और फिर
मैंने अपना लंड उसके मुँह में घुसा दिया और पूरा हाथ उसकी चूत में डालकर ज़ोर से
हिलाने लगा, अब उसका पानी निकलने लगा था। फिर थोड़ी देर में तो मेरा
पूरा हाथ गीला हो गया। अब वो भी इन्जॉय कर रही थी तो रानी बोली कि अब बस भी करो और
अपना लंड मेरी चूत में पेल दो। फिर मैंने कहा हाँ अभी तो मैंने सिर्फ़ हाथ डालकर
तेरी चूत फाड़ी है। अब में लंड से उसे फाड़ता हूँ और तेरी चूत का भोसड़ा बना
दूँगा। अब वो नॉर्मल पोज़िशन में आ गई और अब उसने मेरे सामने अपनी चूत फैला दी।
दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर मैंने पहली
बार अपने लंड को उसकी चूत में डालने के लिए तैयार किया और धीरे से उसके चूत पर
लगाया और अंदर डालने लगा, लेकिन उसकी चूत के पानी की वजह से मेरा लंड
बार-बार फिसल रहा था। फिर मैंने कहा कि रंडी अपना टावल दे, कितना पानी
निकालेगी? और फिर उसकी चूत पर से सारा पानी साफ किया और फिर से अपना
लंड उसकी चूत पर लगाकर एक धक्का दिया। वो आधे लंड में ही फिर से चिल्लाने लगी कि
धीरे करो, फिर में बोला साली एक तो तुझे चूत की प्यास बुझानी और मुझे
धीरे से करने के लिए कह रही है।
अब में बहुत गर्म
मूड में आ गया था, फिर मैंने एक झटके में पूरा लंड उसकी चूत में
डाल दिया और उसके मुँह को लिप किस करके बंद कर दिया। फिर उसे दर्द तो हुआ, लेकिन कुछ ही
मिनटों में उसको मज़ा आने लगा। अब वो भी सामने से झटके देने लगी थी। अब में अचानक
से लेट गया और उसको मेरे ऊपर ले लिया और बोला कि चल मेरी घोड़ी अब तू मेरे लंड पर
सवारी कर।
अब उसे भी बहुत
मज़ा आ रहा था और अब वो मेरे लंड पर ज़ोर-ज़ोर से उछलने लगी थी। हमारा दूसरा राउंड
करीब एक घंटे तक चला। अब उसका तो 3-4 बार पानी निकल गया था, लेकिन मेरा पानी
अभी तक नहीं निकला था। वो अब बहुत थक गई थी। फिर मैंने उसको एक टेबल पर लेटाया और
अब में खड़े-खड़े उसे चोदने लगा। दोस्तों उसकी चूत तो मानों जन्नत थी।
अब वो तो मौन किए
जा रही थी कि पेलते रहो मेरे राजा, अब आखिरकार मेरा निकलने वाला था तो मैंने सारा
माल उसकी चूत में ही गिरा दिया। अब उसे बहुत मज़ा आया और मेरा मन अभी भी नहीं भरा
था तो मैंने उसको बेड पर लेटाया और कहा कि अपने बूब्स पकड़ लो और मुझे तेरी बूब्स
गली में लंड की सैर करनी है। अब मेरा लंड ढीला हो गया था, लेकिन उसके बूब्स
देखकर मेरा लंड फिर से थोड़ा-थोड़ा जागने लगा तो मैंने रानी से कहा कि चल उसको
जगा। वो तो जैसे इसी का इंतज़ार कर रही थी, वो फिर से मेरे लंड और
अंडो को चाटने लगी।
फिर मैंने उसके बूब्स कि गली में लंड को बहुत सैर करवाई और फिर मैंने उसे तीसरे राउंड में डॉगी बनाकर चोदा। अब वो तो अभी मानों बेहोश सी हो गई थी और एक बार डॉगी स्टाइल करते-करते वो तो गिर भी गई थी। फिर भी मैंने उसको छोड़ा नहीं और उसको पीछे की तरफ बेड पर लेटा दिया और उस पर पीछे से ही लंड पेलने लगा। अब उसे मज़ा तो आ रहा था, लेकिन मैंने उसकी सारी एनर्जी ख़त्म कर दी थी। फिर आखिरकार मैंने तीसरी बार अपना पानी उसकी गांड पर छोड़ दिया और फिर मैंने उससे कहा कि चलो अब में अपने काम के लिए निकलता हूँ। वो बोली कि बैंक का काम तो होता ही रहेगा, लेकिन ये काम हर हफ्ते में 2-3 बार मेरे लिए करना पड़ेगा। अब हफ्ते में दो या तीन बार तो में उसको चोद ही देता हूँ।
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