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बाप की ग़लती छुपाई छोटी बेटी ने (Father Daughter Hindi insect sex)

मेरे परिवार में मेरी बीवी दिव्या एज 42, 2 बेटियाँ प्रियंका एज 20, अनु 18 साल है. मैं Hindi Sex स्टॉरीज की कहानियाँ अपने ऑफीस कंप्यूटर पर खाली समय में पढ़ता रहता हूँ और इसलिए मेरे मन में भी कभी कभी अपनी छोटी बेटी अनुष्का जो कि सरीर में काफ़ी हशट पुष्ट है को लेकर ग़लत विचार आते रहते थे. लेकिन मैं अपने रिस्ते के बारे में सोचकर अपने मूड को डाइवर्ट कर लेता था. मेरे घर के पास रहने वाले एक दोस्त की बीवी डिंपल के साथ संबंध भी है मैं उसके घर समय निकालकर चुपके से जाता रहता हूँ.

 

अब मैं अपनी स्टोरी पर आता हूँ. मेरी दोनो बेटिओं की स्कूल की छुट्टियाँ थी.छोटी बेटी अनुष्का को फीवर था और दिव्या के मायके में एक शादी थी.दिव्या ने बोला कि मैं प्रोग्राम कॅन्सल कर देती हूँ.तो मैने कहा कोई बात नहीं,तुम जाओ लेकिन शादी अटेंड करते ही आ जाना.तो वो बोली 2-3 दिन तो लग ही जाएँगे,तो मैने कहा कोई बात नहीं लेकिन जल्दी आने की कोशिश करना.और अगले दिन वो बड़ी बेटी को साथ लेकर मायके सुबह 06.00 पर ही चली गयी.घर में अब मैं और मेरी बेटी के अलावा कोई नहीं था और मेरी बेटी को सुबह 9-10 बजे तक जागने की आदत है.

 

मैने अपने दोस्त की बीवी डिंपल को फोन किया कि कहाँ हो वो पार्क में मॉर्निंग वॉक के लिए आई थी तो मैने कहा मेरे घर आजाओ,दिव्या मायके गयी है.वो जल्दी से आ गयी.मैं उसको पहली बार अपने घर पर बुलाया था.डिंपल बोली अनुष्का तो यहीं है.मैने कहा वो तो 9-10 बजे तक जागेगी तब तक तो हमारा गेम हो जाएगा.और मैं उसको अपने कमरे में ले गया.अपने कमरे का गेट बंद किया और डिंपल के मस्त 32-30-34 शरीर का मज़ा लेने लग गया.थोड़ी देर बाद ही किसी ने गेट नॉक किया हम दोनो ही डर गये दोनो ने जल्दी जल्दी से अपने कपड़े पहने और मैने डिंपल को बेड के नीचे छुपा दिया.जब मैने गेट खोला तो देखा अनुष्का बाहर खड़ी है.उसने पूछा पापा अंदर कौन है ,मोम और दीदी तो चले गये,आप किससे बातें कर रहे थे.मैने हकलाते हुए बोला कोई नहीं.लेकिन मेरे बोलने के अंदाज से उसको शक हो गया कि कोई है.वो सीधे बेड के पास झाँकने लगी और अंदर देखकर बोली डिम्पी आंटी,उसने बोला बाहर निकलो वो जब बाहर निकली तो देखा उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नही था.और उसकी चूत और पेट पर मेरा वीर्य सॉफ दिखाई दे रहा था.अनुष्का बोली डिम्पी आंटी आप अभी यहाँ से चली जाओ वरना बहुत बुरा होगा.वो चुपचाप वहाँ से चली गयी.लेकिन अनुष्का मुझसे कुछ नहीं बोली.जब वो चली गयी तो मैं अनु के रूम में गया और उसे बोला सॉरी अनु बेटा ग़लती हो गयी.

 

वो बोली ये क्यूँ किया आपने,आप मोम के पीछे ये सब करते हो मैं मोम को ये सब बताउन्गि.मैने कहा अनु मोम को मत बताना प्लीज़.तो वो बोली क्यूँ नही बताउ. तो मैने कहा ठीक है तुम्हारी मर्ज़ी है लेकिन तुम्हारी मोम मेरे साथ नही सोती है अक्सर तुम लोगों के साथ ही सोती है और मेरा ख्याल नहीं रखती तो मैं क्या करूँ बताओ. वो शांत रही और कुछ नहीं बोली और मैं भी वहाँ से अपने कमरे में चला आया.मैं अब यही सोचता रहा कि अगर अनु ने सब कुछ बता दिया तो क्या होगा.अब मेरे दिमाग़ में विचार आने लगे कि कैसे मैं अपनी बेटी को बताने से रोकू.मेरे पास एक ही रास्ता था कि उसकी भी कोई ग़लती हो तो मैं उसको ये बात मेरी बीवी को बताने से रोक पाउ.मगर मेरे पास उसका कुछ नहीं था.वो तो मुझसे अब बात करने के लिए भी तैयार नही थी.मैं सोचता रहा कि उससे बात करने का कोई रास्ता निकले जिससे उसका दिल नरम हो जाए.

 

अनु अभी तक नॅचुरल कॉल्स के लिए बाथरूम मे नही गयी थी.मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया उसके मुताबिक बाथरूम मे वॉश बेसिन और टाय्लेट शीट के पास मोबाइल आयिल फैला दिया और बाथरूम के बाहर अपने वो स्लीपर रख दिए जिनसे तो मैं कई बार नॉर्मल फर्श पर भी स्लिप हो गया था.मेरा आइडिया था कि अगर वो स्लिप हुई तो उसके चोट ज़रूर लगेगी और उसकी देखभाल तो मुझे ही करनी होगी.और देखभाल करते करते अनु को मनाने का चान्स लेकर देखते हैं.मैं अपने रूम में जाकर बैठ गया और उसका बाथरूम जाने का इंतजार करता रहा.अनु थोड़ी देर बाद ब्रश लेकर बाथरूम की ओर बढ़ी उसकी तबीयत तो ऐसे ही ठीक नहीं थी कमज़ोरी भी थी उसने वही स्लीपर पहने और जैसे ही अंदर घुसी मुझे एक ज़ोर की आवाज़ सुनाई दी.वो स्लिप हो गयी थी.मैने देखा कि वो पीठ के बल गिरी हुई है,उसकी राइट कोहनी से ब्लड निकल रहा है और अपने कूल्हे को पकड़ कर आआआआआआः आआआआआआआआहह कराह रही है,आँखों मे आँसू आ रहे हैं उसकी स्कर्ट उपर उठी हुई है उसकी गोल भरी हुई दूधिया जांघें और चॉकलेट कलर की पैंटी जो सॉफ दिखाई दे रही थी मेरा दिमाग़ खराब करने लगी जबकि मैने अपना प्लान उससे बात करके उसे समझाने के लिए बनाया था .

 

मैने उसे पूछा क्या हुआ.वो बोली स्लिप हो गयी.मैने पूछा कहाँ लगी वो बोली राइट हॅंड में और हिप के पास.मैने बोला चलो खड़ी हो जाओ.उसने उठने की कोशिश की तो उसको दर्द और बुखार की कमज़ोरी के कारण से चक्कर आने लगे वो वहीं पर बैठ गयी तो मैने कहा क्या हुआ तो वो बोली पापा सिर घूम रहा है चक्कर आ रहे हैं.तो मैने कहा चल मैं तुझको बेड पर लिटा देता हूँ.जब मैने उसको उठाने के लिए राइट हॅंड को पकड़ कर उसको गोदी मे लेना चाहा तो उसको बहुत दर्द हुआ और वो बोली पापा नही ऐसे तो काफ़ी दर्द हो रहा है.मैने उसको फिर से फर्श पर बैठा दिया और गोदी की बजाय उसको सीधे खड़े खड़े उठने के लिए बोला.वो मेरा सहारा लेकर खड़ी हो गयी.मैने उसको अपने से सटा लिया और उसके 32 इंच बूब्स का स्पर्श महसूस करने लगा.

 

मैने जान भूजकर उसकी स्कर्ट को उपर उठाकर ही अपने कंधे पर उठा लिया.अब उसके बूब्स मेरे कंधों से उपर और उसकी चॉकलॅटी पैंटी वाला पिछवाड़ा मेरे राइट हॅंड से उठाया हुआ था.मैने जानभूजकर उसको अपने राइट हॅंड से हिप के पास प्रेस किया जहाँ उसको चोट लगी थी.अनु बोली पापा आराम से उठाओ चोट लगी है.मैने कहा कहाँ.वो बोली हिप के पास तो मैने उसके हिप को लेफ्ट हॅंड से टच करके सहलाते हुए बोला यहाँ. तो बोली हां पापा.मैने कहा कोई बात नहीं कोई क्रीम लगा देंगे.और मैने उसको बेड पर लेटा दिया.

मैने अनु को बेड पर लिटा दिया और बोला अनु क्रीम लगा दूं तो वो बोली हां पापा लगा दो मैं एक क्रीम लेकर आ गया मैने अनु से पूछा बेटा दिखाओ कहाँ लगी है लगा देता हूँ.वो झेन्प सी गयी और बोली नही पापा मैं लगा लूँगी और अपना राइट हॅंड आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन मूह से आअहह की आवाज़ लगाते हुए रुक गयी.

 

उसका राइट हॅंड जाम सा हो गया था अब उसने अपना लेफ्ट हॅंड बढ़ाया और क्रीम अपने हाथ में लेकर खोल दी और अपने पिछवाड़े को मुझसे छुपाने की कोशिश करते हुए लेफ्ट हॅंड से अपने राइट हिप को क्रीम से मालिश करने की कोशिश करने लगी लेकिन उससे ठीक तरह से मालिश नही हो पा रही थी और थोड़ा ट्विस्ट होने की वजह से उसको दर्द भी हो रहा था और वो दर्द के कारण बार बार चहेरे के एक्सप्रेशन भी बदल रही थी

 

मैने उसके हाथ की तरफ हाथ बढ़ाया और उसके हाथ से क्रीम छीन ली और बोला क्यूँ संकोच कर रही है बेड पर लेट जा मैं लगाए देता हूँ ऐसे भी एक हाथ से कितनी देर मालिश करेगी थक जाएगी चोट बहुत है और इस क्रीम को काफ़ी देर मालिश करने से ही असर होगा चल ज़िद मत कर मुझसे कैसी शरम.

 

अनु ना चाहते हुए भी बेड पर लेट गयी मैने उसको पेट के बल लेटने के लिए बोला वो पेट के बल लेट गयी मैने उसकी स्कर्ट को उसकी कमर पर चढ़ा दिया और उसकी पैंटी को राइट साइड से थोड़ा नीचे खिसका दिया मैने उसकी पैंटी थोड़ी ही खिसकाई जिससे उसको शरम महसूस ना हो मैने थोड़ी सी क्रीम निकाली और उसके हिप पर लगा दी और हल्के हाथ से मालिश करने लगा उसके दोनो हिप्स के बीच का कट थोड़ा दिखाई दे रहा था जिसकी वजह से मेरा दिमाग़ खराब होने लगा मैं मालिश कर रहा था तो उसकी पैंटी बार बार उपर खिसक आती थी और मैं उसको फिर से वहीं थोड़ा सा कर देता था

 

मैने अनु से पूछा बेटा आराम मिल रहा है बेटा वो बोली पापा कोई फरक नही है तो मैने बोला कई दिन तक अच्छी मालिश करनी पड़ेगी तभी आराम मिलेगा मैने उससे बातें करते करते इस बार उसकी पैंटी को थोड़ा और नीचे खिसका दिया अब उसकी हिप्स की दरार आधे से भी ज़्यादा दिखाई दे रही थी मैं मालिश करते करते उसको उत्तेजित करने की कोशिश करने लगा मैं बीच बीच मे उसकी दरार मे हाथ लगाता रहता और जैसे ही उसकी हिप की दरार पर हाथ लगता वो हिप्स को हल्का सा सिकोड लेती थी मैं ऐसा बार बार करता और वो भी बार बार अपने चुतडो को सिकोड लेती थी.

 

थोड़ी देर बाद मैने फिर उससे पूछा बेटा कैसा लग रहा है थोड़ा आराम मिल रहा है क्या.तो वो बोली हां पापा ठीक है लेकिन अब रहने दो तो मैने कहा ठीक है लेकिन अब तुम्हे इस क्रीम से दिन में 3-4 बार मालिश करनी होगी वो बोली ठीक है पापा.और मैने फिर से एक बार उसके हिप पे मजाकिया अंदाज में थप्पड़ लगाते हुए बोला चल अब आराम कर ले वो मेरी तरफ नीचे से उपर की तरफ उठते हुए मुस्करा दी वो पलटी और अपनी पैंटी उपर चढ़ा ली और जब वो अपनी स्कर्ट को डाउन कर रही थी तो मैने देखा उसका आगे का हिस्सा गीला था मैं समझ गया कि मेरे स्पर्श से उसको सेक्स का अनुभव हुआ है मैं वहाँ से खड़ा हो गया और अपने कमरे में चला गया थोड़ी देर बाद वो सो गयी और मैं फिर से उसके पास पहुँच गया .

 

वो करवट के बल सो रही थी और उसका राइट हिप उपर की तरफ था मैं फिर से क्रीम लेकर उसके पास पहुँचा और उसकी स्कर्ट उपर कर दी और उसकी पैंटी को इस बार तो दोनो हिप की तरफ से ही नीचे कर दिया उसके दोनो हिप्स मेरे सामने थे मैने थोड़ी सी क्रीम ली और मालिश करना शुरू कर दिया मैने थोड़ा आगे की तरफ धकेला तो उसकी चूत के उपर के छोटे छोटे बाल साफ दिखाई दे रहे थे लेकिन चूत नही दिख रही थी मैं धीरे धीरे उसके हिप्स को ही सहलाता रहा और कभी कभी अपना एक हाथ उसके आगे के बालों पर भी घुमा देता.उसके बूब्स पर जो कि नॉर्मल आकार के मालूम पड़ते थे उनपर भी मैं टच करने लगा मुझे उसकी साँसों से महसूस हुआ कि वो जाग गयी है लेकिन उसने अपनी आँखें बंद की हुई हैं

 

मैं एक हाथ से उसके हिप की मालिश कर रहा था और एक हाथ से उसके दोनो हिप्स को बड़े प्यार से सहला रहा था मैं काफ़ी देर तक ऐसे ही उसकी मालिश करता रहा लेकिन मैं इससे ज़यादा आगे नही बढ़ा मुझे डर था कि कहीं बात बिगड़ ना जाए और मैने उसकी पैंटी को फिर से उपर कर दिया और वहाँ से उठ खड़ा हुआ और वो भी थोड़ी देर बाद जाग गयी मैं दोबारा से कमरे में गया और अनु से पूछा बेटा कैसी हो.

 

अनु बोली पापा ठीक हूँ मैने उसको बोला बेटा ऐसे ही ठीक थोड़े ही हो मैने तुम्हारी एक बार और मालिश की थी जब तुम सो रही थी अनुष्का बोली हां पापा मुझे भी लगा कि आपने मालिश की थी.मैने उससे बोला देखा बेटा मैं तुम्हारा कितना ख्याल रखता हूँ और तुम हो कि मेरा ख़याल ही नही रखती हो. अनु बोली कैसे पापा? मैं बोला कि तुम को मेरी खुशी अच्छी ही नही लगती इसीलिए तुम मेरे बारे मे सब कुछ अपनी माँ को बताना चाहती हो वो बोली नही पापा मैं तो सिर्फ़ आपको डरा रही थी जिससे आप ऐसी औरत के चक्कर मे ना पडो इस पर मैने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर मुझे पता होता कि तुम सिर्फ़ मुझे डरा रही हो तो मैं तुम्हारी डिम्पी आंटी को दोपहर को फिर बुला लेता इस पर वो मुस्कुरा दी और बोली पापा ये सब ठीक नही है.

 

अगर बाहर किसी को पता चलेगा तो हम लोगों की बदनामी होगी इस पर मैने कहा कि तुम्हारी बात तो ठीक है लेकिन मेरा क्या मैं क्या करूँ तुम्हारी मोम मेरा ख्याल रखती नही मुझे देती ही नही इस वर्ड की मुझको देती ही नही सुनकर अनु ने अपना सिर नीचे झुका लिया और बोली तो क्या हुआ इस पर मैने बोला तो क्या हुआ बेटा ये सेक्स ऐसी चीज़ है जिस में लोग कुछ भी कर सकते है और तुम बोल रही हो तो क्या हुआ?

 

वो चुप हो गयी और कुछ नही बोली दोनो ही शांत हो गये. फिर मैने उससे कहा कि बेटा क्या तुम्हारे लिए कुछ बना दूँ भूख लगी होगी वो बोली हां पापा भूक तो लगी है लेकिन आज तो मैने स्नान भी नही किया है तो मैं बोला तो अब कर लो इस पर वो बोली कि पापा मैं कैसे नहा पाउन्गी ऐसी हालत मैंमेरा राइट हॅंड तो बिल्कुल काम ही नही कर रहा और उठने बैठने के लिए भी आपके सहारे की ज़रूरत है.

 

तो मैने कहा कि मैं तुम्हारी मदद कर दूँगा. अनु बोली पापा मैं आपके सामने कैसे नहाऊंगी मैने कहा जैसे बचपन में नहाती थी.वो शर्मा गयी और बोली नही पापा ऐसा करती हूँ कि गीले कपड़े से शरीर पोंच्छ लेती हूँ और कपड़े चेंज कर लेती हूँ आप उसी में मेरी मदद कर देना मैं बोला ठीक है और उसने वहीं से बोला पापा सामने कपबोर्ड मैं मेरे अंडर गारमेंट्स हैं थोड़ा दे दो मैने कपबोर्ड में देखा 03-04 कलर्स की पैंटी और ब्रा उसमें थे ब्लॅक कलर की पैंटी और ब्रा भी थे जो कि नेट मे थे उनमें शरीर छुपाने के लिए कुछ नहीं था तो मैने उससे पूछा कौन से वाले तो उसने कहा पापा ब्लू वाले दे दो तो मैने कहा मुझे तो ये ब्लॅक वाले अच्छे लग रहे हैं आज इनको ही पहनो और उनको लेकर उसके सामने खड़ा हो गया उसने मेरे हाथ से झेन्पते हुए उनको ले लिया और बोली पापा आप बहुत गंदे हो इस पर मैने कहा क्यूँ अनु?

 

अनु बोली आपने वही लिए हैं जिनमें सबसे ज़्यादा दिखाई दे. तो मैने बोला हां अनु मैं भी तो देखूं कि मेरी बेटी कितनी सुंदर दिखती है ऐसे कपड़ों में.

 

वो बोली मुझे शरम आएगी इनको आपके सामने पहिनने में प्लीज़ ब्लू वाले ले लो ना अब मुझे लगने लगा था कि अनु मेरी हरकतों से थोड़ा थोड़ा उत्तेजित होने लगी थी और अगर ऐसा ही चलता रहा तो बात बन सकती है वो फिर बोली पापा पापा थोड़ा मुझे खड़ा कर दो मैने उसे अपनी बाहों में भर लिया उसकी चुचियाँ मेरे सीने से सटी हुई थी और मेरे दोनो हाथ उसकी पीठ को पकड़े थे मैं उसको लेकर खड़ा हो गया वो मेरे सामने थोड़ी सी संभलकर खड़ी हो गयी और खड़ी होकर स्कर्ट में से लेफ्ट हॅंड की सहायता से पैंटी को खिसकाने लगी और उसे उतारने मे सफल भी हो गयी उसे पता था कि वो बिना मेरी मदद के उसे पहन नही सकती है मैं उसके पास गया और बोला पैंटी लाओ उसने तुरंत अपनी ब्लॅक पैंटी मुझे दे दी.

 

मैं उसके नीचे बैठ गया जब मैं नीचे बैठा तो मैने देखा उसकी उतरी हुई पैंटी आगे से गीली है क्यूंकी उसकी चूत का माल मैने जब मालिश की थी तो एग्ज़ाइट्मेंट की वजह से निकला होगा और शायद अब भी वो मेरे बिहेव से ऐसा ही फील कर रही है. अब मैने उसे अपने कंधे पर हाथ रखने को बोला उसने अपना हाथ मेरे कंधे पर रख दिया और अपना लेफ्ट पैर थोड़ा उपर कर लिया ताकि मैं उसकी पैंटी को उसमें पहना सकूँ मैने उसकी पैंटी को जैसे ही उसके पैर में फसाया उसकी स्कर्ट थोड़ी सी और उपर हो गयी और मुझे उसकी मुनिया के दर्शन हो गये उसकी छोटी सी मुनिया को देखते ही मेरे चेहरे का कलर बदल गया जिससे अनु को भी मालूम हो गया कि मैने उसकी चूत को देख लिया है लेकिन वो क्या करती कुछ नही बोल पाई.

 

मैने जब उसकी पैंटी को उपर खिसकाया तो उसकी मुनिया को भी हल्का सा टच किया. अनु मेरे हाथ के टच होते ही थोडे से झटके से काँपी सी थी अब उसकी ब्रा की बारी थी उसने बोला पापा पहले शरीर और बॅक गीले कपड़े से पोंच्छ दो मैं एक गीला कपड़ा लाया और उसने अपनी टॉप उतार दी और मेरे सामने अपनी पीठ करके खड़ी थी.

 

मैने उससे बोला इसको ब्रा नही उतारना क्या ऐसे ही सॉफ करना है क्या वो बोली पापा आप सिर्फ़ पोछ दो मैं अपने आप पहन लूँगी मुझे पता था कि वो शरम की वजह से बोल रही है लेकिन मुझे ये भी पता था कि वो ब्रा अपने आप नही पहन पाएगी मैने उसकी गोरी पीठ को पीछे से गीले कपड़े से सॉफ कर दिया अब मैने अपना हाथ पीछे से ही उसके पेट की तरफ बढ़ा दिया जैसे ही मेरा हाथ उसके पेट को टच किया वो फिर काँप सी गयी मैने उससे पूछा क्या हुआ बेटा वो बोली कुछ नही पापा और बोली पापा अब रहने दो आप थोड़ा बाहर चले जाओ मैं इसको पहन लूँगी इस पर मैं बोला ठीक है और बाहर चला गया मैं बाहर खिड़की से देखता रहा उसकी पीठ मुझे दिखाई दे रही थी उसने अपने लेफ्ट हॅंड की मदद से ब्रा को उतारा और नेट वाली काली ब्रा को पहनने की कोशिस करने लगी वो लगभग 05 मिनिट तक प्रयास करती रही लेकिन उससे उसका हुक बंद नही हुआ इतना सब देखकर मैं पीछे से वहाँ पहुँच गया और उसके हुक को बंद कर दिया इस पर वो बोली थॅंक यू पापा आप कितने अच्छे हो मेरा कितना ख्याल रखते हो इस पर मैं फिर बोला और तुम मेरा कितना ख़याल रखती हो बोलो? इस पर वो बोली पापा मैं भी आपका बहुत ख़याल रखती हूँ.

 

मैने कहा अच्छा तो फिर जब तक तुम्हारी माँ नही आ जाती डिम्पी को बुला लूँ नाइट नाइट के लिए इस पर वो बोली पापा उस औरत का नाम आप बार बार क्यूँ लेते हो वो बहुत गंदी है उसके कॉलोनी मैं कई लोगों के साथ चर्चे हैं ऑर तो ऑर उसने अपने घर दूध देने वाले तक को नही छोड़ा है मैं इसीलिए आपके उपर गुस्सा हो रही थी कि कॉलोनी वाले अगर उसको हमारे घर एक दो बार आता जाता देख लेंगे तो वो समझ जाएँगे इस पर मैं बोला तो इसका मतलब मैं ऐसे ही परेशान रहूं बिना सेक्स के. वो बोली नही पापा मैं तुम्हारी कुछ हेल्प ज़रूर करूँगी लेकिन उस औरत से दूर रहना मैं बोला फिर कब हेल्प करोगी जब तुम्हारी मोम आ जाएगी तब वो बोली नही पापा आज ही मैने अनु को बोला थॅंक यू बेटा आइ लव यू.

 

अब मुझे कन्फर्म हो गया कि आज रात को अनु मेरी हेल्प करेगी मगर कैसे? क्या उसकी कोई फ्रेंड है जिसको वो चुद्वायेगि या वो खुद मुझसे चुदेगि ये कन्फर्म नही था लेकिन मेरा अंदाज़ा यही था कि वो खुद ही समर्पण करेगी. मैने मौका मिलते ही डिंपल को फोन लगाया और उसे बताया कि मेरी बेटी सुबह की बात को लेकर जो नाराज़ थी वो मान गयी है और तो और उसने बोला है कि वो मेरी हेल्प करेगी इस काम में मुझे अंदाज़ा है कि या तो वो खुद देगी या उसकी कोई ऐसी फ्रेंड है ऑर वो तुमको तो बिल्कुल देखना भी नही चाहती है तुम्हारा पति आज यहीं है या टूर पर है तो डिंपल बोली वो तो 4-5 दिनो के लिए बाहर है तो मैने बोला तुम एक काम करना मेरे घर का मैन गेट रात को खोल दूँगा तुम हॅंडी कॅम लेकर आना और चुपके हमारी वीडियो बनाना जिससे हमारे काम में आगे अनु रुकावट ना पैदा करे मैं तुम्हें मिस्ड कॉल करूँगा और तुम आ जाना डिम्पी बोली ठीक है डिंपल को अपने घर बुलाना मेरी लिए इतना ख़तरनाक होगा इसका मुझे अंदाज़ा नही था उसने मुझे और मेरी बेटी को ब्लॅकमेल किया और आगे क्या हुआ ये मैं अपनी नेक्स्ट स्टोरी पार्ट-3 में बताउन्गा

इसके बाद शाम को 07 बजे करीब मैने पिज़्ज़ा हट से पिज़्ज़ा ऑर्डर किया.पिज़्ज़ा अनु का सबसे पसंदीदा वयंजन था उसे देखते ही अनु मुझसे बोली पापा रीयली यू आर नाइस पापा और मेरे गाल पर एक किस कर दिया मैने भी उसको तुरंत ही रिटर्न किस किया.

 

मैं काफ़ी देर तक उसके गाल पर चिपका ही रहा, तो अनु बोली पापा अब छोड़ो भी अभी माँ 2-3 दिन में आएगी तब तक के लिए अपना प्यार मेरे लिए बचाकर रखो उसकी ये बात सुनकर मैं बड़ा ही खुश हुआ अब मुझे बिल्कुल क्लियर हो

गया कि आज जिस लड़की का इंतज़ाम अनु ने मेरे लिए करने को कहा है वो कोई और नही बल्कि खुद अनु है लेकिन मैं ना जाने क्यूँ खुलकर उसके सामने नही आ पा रहा था. हम दोनो ने एक साथ पिज़्ज़ा खाया और हम इस दौरान एक दूसरे के साथ हल्का फूलका मज़ाक करते रहे.

 

लेकिन ना जाने क्यूँ हम दोनो ही एक दूसरे से निगाहें चुरा रहे थे पिज़्ज़ा खाने के बाद मेरे ऑफीस की एक कॉल आई और मैं उसको अटेंड करने के लिए अपने कमरे में चला गया और जब मैं वापस आया तो देखा अनु के कमरे की मैन लाइट ऑफ थी और सिर्फ़ नाइट बल्ब ही जला हुआ था.मैने अनु से बोला अनु बेटा सो गयी क्या तो वो बोली नही पापा आपसे मालिश कराए बिना कैसे सो सकती हूँ और पापा आज से आप मोम के आने तक यहीं मेरे कमरे मे सो जाया करना इस पर मैने लाइन क्लियर करने के लिए कहा कि अनु मैं रात को बहुत हाथ पैर चलाता हूँ उसे झेल पाओगि तो वो बोली पापा हाथ पैर क्या आपको सारा झेल लूँगी बस आप थोड़ा हाथ पईऱ आराम से चलाना मैं तुरंत क्रीम लाने के बहाने अपने कमरे में गया और अपने फोन से डिंपल को कॉल किया कि जल्दी से आ जाओ,और डिंपल तो जैसे तैयार ही थी वो 02 मिनिट में आ गयी मैने मेन गेट से उसको अंदर किया

 

उसके हाथ मे हॅंडी कॅम था मैने उसको अपने रूम की बाल्कनी से अनु के कमरे की तरफ का रास्ता दिखाया जहाँ से काँच की खिड़की से बाहर से अंदर तो दिखता था लेकिन अंदर से बाहर नही और क्रीम लेकर अनु के कमरे में आ गया.वो पेट के बल लेटी हुई थी.अब रूम में इतनी लाइट थी कि सिर्फ़ हमें एक दूसरे के स्ट्रक्चर ही दिखाई दे रहे थे ऐसे भी पहले पहले रूम में घुसने के बाद आँखों को उस कमरे के हिसाब से अड्जस्ट होने मे थोड़ा टाइम लगता है.मैं उसके पास गया और बेड पर बैठ गया.मैने उसका स्कर्ट उपर किया और जैसे ही पैंटी को खिसकाने के लिए हाथ बढ़ाया तो वहाँ कुछ नही था.

 

अनु ने सोने से पहले अपनी पैंटी ही उतार दी थी.मैने उससे बोला कि आज तुमने ठीक किया पैंटी उतार दी, वो बोली पापा इसलिए कि आपको परेशानी ना हो और मेरे कपड़े भी गंदे ना हो तो मैं उसके टॉप को हाथ लगाते हुए बोला कि मुझे तो इनसे भी परेशानी होगी.इस पर वो बोली उतार लो पापा.

 

मैने झट से उसको अपने हाथ की सहायता से सीधा किया और उसकी टॉप उतार दी अब वो सिर्फ़ ब्रा मे थी मैने उसको भी उतार दिया कमरे मे काफ़ी अंधेरा था इसलिए शरम की तो कोई बात ही नही थी मैने उसको दूबारा से पेट के बल ही लिटा दिया.

 

मैने भी जल्दी से अपने कपड़े उतार दिए और बिल्कुल नंगा हो गया मैं उसकी साइड मे बैठा, क्रीम निकाली और उसके राइट हिप पर लगा दी और उसके हिप को एक हाथ से मालिश और एक से हल्के हाथ से हिप और पीठ को सहलाने लगा.

 

मैने लगभग 05 मिनिट तक उसके हिप की मालिश की और उसके बाद उसके पास पीठ से सट कर लेट गया और उसके कान मे धीरे से बोला अनु अब मुझे नींद आ रही है और नींद में मेरे हाथ पैर हरकत करते हैं और कहते कहते अपना राइट हॅंड उसके राइट बूब्स पर रख दिया.वो धीरे से बोली मैं आपकी हरकतों के लिए तैयार हूँ पापा लेकिन अनु के कमरे में अभी तक अंधेरा ही बना हुआ था मुझे अनु के शरीर की खूबसूरती भी मालूम नही हो पा रही थी मैने सोचा कि अंधेरे मे तो डिंपल जो बाल्कनी में हॅंडी कॅम लेकर खड़ी है वो तो बिल्कुल भी रेकॉर्डिंग नही कर पाएगी.मैने पास के ही स्विच को ऑन कर दिया और कमरे में रोशनी हो गयी उसका शरीर अब बिल्कुल नंगा था वो बला की खूबसूरत है ये मुझे आज ही मालूम हुआ उसके हाथ पैरों पर एक भी बाल नही था ऐसा लग रहा था जैसे कि केले के तने से छिलका हटा दिया हो बिल्कुल गोरी और अनु बिल्कुल बॉलीवुड आक्ट्रेस अमृता राव की तरह दिखती थी लेकिन थोड़ी उससे हेल्थि थी.

जैसे ही रोशनी हुई अनु ने अपने शरीर को सिकोड लिया और अपने एक हाथ से अपने हिप्स को ढकने का असफल प्रयास करने लगी ओर ज़ोर से चिल्लाई पापा नही प्लीज़ लाइट बंद करो तो मैं बोला क्यूँ बेटा तो वो बोली कि मुझे शरम आ रही है.तो मैं बोला अनु मैं देखना चाहता हूँ कि मेरी अनु कितनी खूबसूरत है ऑर उसकी कमर के नीचे हाथ लगाकर उसको अपनी गोदी में अपनी तरफ मूह करके बैठा लिया और वो अपने चहेरे को हाथों से छुपाने लगी.मैने जब उसको गोदी में बैठाया तो मेरा खड़ा हुआ लंड उसकी चूत के पास पहुँच गया और मैने अपने दोनो हाथो को उसके 32″ के उभारों के उपर हाथ रख दिया वो सहम गयी अपना सिर झुका लिया और दोबारा बोली पापा प्लीज़ लाइट बंद कर दो ना, तो मैं बोला नही अनु मैं तुम्हे जी भरकर देखना चाहता हूँ और कहते कहते उसके चेहरे को उपर उठाया उसकी आँखें बंद थी मैने उसके होटो से होंठ सटा दिए और उसके होटो को चूसने लगा.वो भी मेरा साथ देने लगी.अब मेरे हाथ कभी उसकी पीठ को सहलाते ,कभी उसके हिप्स को और कभी उसकी जांघों को.

 

मैं धीरे धीरे से अपने लंड को उसकी चूत पर घिस रहा था.अनु लंबी लंबी साँसें भर रही थी मैने उसको धीरे से बेड पर लिटा दिया और खुद भी उसके उपर लेट गया उसने अभी तक अपनी आँखें बंद की हुई थी.

 

मैने अपना मूह उसके कसे हुए गोल दूध पर लगा दिया.उसके बूब्स बहुत ही मस्त थे ऐसा लग रहा था जैसे अलग से लगाया गया हो बिल्कुल गोल और कड़क.मैं उनको बुरी तरह से चूसने लगा अब उसके मूह से तरह तरह की आवाज़ें आ रही थी,तो मैने उससे पूछा कैसा लग रहा है,तो उसने कोई जवाब नही दिया सिर्फ़ एक मुस्कान भर छोड़ दी मैने उससे फिर पूछा अच्छा नही लग रहा है तो रहने दूँ. तो वो बोली पापा मैं बता नही सकती कि कितना मज़ा आ रहा है आआअप करते रहूऊओ मैने उसके दूसरे बूब्स पर मूह गढ़ा दिया और उसे भी चूसा.मैं काफ़ी देर तक उसके दोनो दूध को चूस्ता रहा.अब मैं सीधा नीचे खिसका और उसकी चूत पर हाथ रख दिया मुझे ऐसा लगा जैसे कि उसकी चूत पर एक कप पानी फैला दिया हो चद्दर भी काफ़ी गीली हो चुकी थी

 

अब मुझे पूरा विस्वास हो गया कि उसका ये पहला पुरुष अनुभव है और वो एक दम कुँवारी है.ये सोचकर मेरा दिल खुश हो गया कि आज तो मज़ा.आ जाएगा आज फिर से 20 साल बाद नयी चूत का मज़ा मिलेगा.अच्छी तरह से निचोड़ दूँगा अनु का पूरा रस निकाल दूँगा बस थोड़ा सब्र से काम करना होगा.

 

मैने अपना मूह उसकी चूत पे गढ़ा दिया तो अनु ने मेरे सिर को पकड़ लिया और बोली पापा प्लीज़ रहने दो,बर्दास्त नही हो रहा.अब प्लीज़ जल्दी से जो करना है करो.तो मैं बोला अनु पहले मुझको तो गरम करो तो वो बोली कैसे पापा.मैं बोला तुम थोड़ा बैठो तो वो बैठ गयी.मैने अपना लंड उसके मूह के पास रख दिया और बोला इसको अपने मूह में लेकर थोड़ा आगे पीछे करो तो ये गरम हो जाएगा.उसने पहली बार मेरा 7″लंबा और 3.5″मोटा लंड देखा और देखते ही बोली पापा इतना मोटा और लंबा.पापा ये कैसे जाएगा मैने कहा चला जाएगा तू चिंता मत कर थोड़ी सी तकलीफ़ होगी लेकिन बाद में तुम्हें अब से ज़यादा मज़ा आएगा.ओर उससे बोला पहले तुम इसको मूह मे लेकर गर्म करो.तो वो बोली पापा मैं इसको मूह में नही लूँगी इससे मुझे वॉमेटिंग हो जाएगी मैने बोला नहीं अनु ऐसा कुछ नही होगा तो वो बोली प्लीज़ पापा मेरा मन नही कर रहा.मैने ज़यादा ज़ोर नही दिया कि कहीं बनी हुई बात बिगड़ ना जाए मेरी ये प्लॅनिंग थी कि आज कैसे भी इसकी ले लूँ उसके बाद तो अनु की जो रेकॉर्डिंग मैं डिंपल से करवा रहा हूँ ,उसके बाद तो मैं उसकी ना नुकुर नही सुनूँगा और बाद मे कभी भी ज़यादा ना नुकुर करेगी तो उस रेकॉर्डिंग को दिखाने से वो मान जाएगी.

 

और मेरा मैन इरादा तो उसकी फ्यूचर में शादी होने के बाद भी उसे पेलते रहने का था, साथ ही साथ डिंपल के साथ मेरे सेक्स करने पर भी वो कुछ मूह नही खोलेगी. मैने ज़िद नही की और उसकी बात मान ली मैं अब सीधे उसके उपर लेट गया और उसकी चूत के उपर अपना लंड रख दिया.

 

वो बोली पापा आराम से करना पहले कभी नही किया दर्द होगा और ब्लड के लिए नीचे कुछ चद्दर लगा लो तो मैं बोला मेरी अनु तो बहुत समझदार है,ये सब तुमको कैसे मालूम तो वो बोली पापा मैं क्या आपको अभी छोटी ही लगती हूँ मुझे सब कुछ पता है.

 

आपने दिन भर जो मेरी सेवा की है उसके साथ साथ हरकतें भी की हैं लेकिन मैं अंजान बनी रही लेकिन सही बात तो ये है कि मैं तो इंतेजार कर रही थी कि रात जल्दी से हो और आप मेरी तमन्ना को पूरी करें मैने उससे कहा अनु मेरी जान ले मैं तेरी तमन्ना आज पूरी कर दूँगा चद्दर की चिंता मत कर थोड़ा बहुत ब्लड निकलने दे धूल जाएगी.वो फिर बोली पापा प्लीज़ थोड़ा आराम से करना.मैने उसकी बात सुन तो ली लेकिन मुझे पता था कि उसको कष्ट तो होगा ही क्यूंकी अभी तक वो अन्छुइ और अन्चुदि है.

 

मैने फिर से उसके लिप्स को अपने लिप्स से लॉक कर दिया और उसकी चूत के उपर अपने लंड का सुपाडा रख दिया और एक ज़ोर का झटका लगाया और एक ही बार में लंड को उसकी चूत की जड़ तक पहुँचा दिया.वो तड़पने लगी लेकिन मैने उसके मूह को नही छोड़ा और जकड़कर उसको पकड़ लिया.उसके मूह से हुउन्ण हूम की आवाज़ें आ रही थी उसने मूह को छुड़ा ही लिया और रोते रोते हकलाते हुए बोली पापा निकालो इसको बहुत दर्द हो रहा है मैं मर जाउन्गि. आआअप बहुत गगगंदे हो मैने बोला था बोला था कि आराम से करना लेकिन आप माने नहीं.वो पसीने पसीने हो गयी थी निकालो ना .

 

इस पर मैं बोला अनु अब रहने दो मैं ऐसे ही रहूँगा और धीरे धीरे हरकत करूँगा.इस पर वो बोली आपका कोई विस्वास नही है आप फिर भी नही मानोगे निकालो इसे

 

मैने कहा तुम्हारी कसम अनु अब आराम से करूँगा तो वो शांत हो गयी.अब मैं धीरे धीरे अपने लंड को उसकी चूत पर आगे पीछे करता रहा और उसको भी मज़ा आने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी.मैं पहली बार में जल्दी ही झड गया,लेकिन नयी चूत के बारे मे सोचकर मेरा लंड जल्दी से खड़ा हो गया और फिर से शुरू हो गया अब अनु से मैने बोला कैसा लग रहा है जान.वो झैन्प गयी क्यूंकी मैने पहली बार उसको जान बोला था,वो बोली अच्छा लग रहा है पापा अब चाहे जितना ज़ोर से करो.

 

मैं उससे बोला तुम भी मुझको नाम लेकर बुलाओ या जान बोलो.तो वो बोली मुझसे नही होगा.थोड़ी देर बाद मैने स्पीड बढ़ा दी.उसने मुझे जकड़कर पकड़ रखा था वो शायद झड़ने वाली थी,थोड़ी देर बाद उसकी पकड़ ढीली पड़ गयी शायद वो झड चुकी थी और मैं भी झड गया.हम दोनो ऐसे ही कुछ देर तक पड़े रहे और जब मैने उसे उठाया तो देखा बिस्तर पर काफ़ी खून पड़ा था साथ में हम दोनो का माल भी था.

 

ये देखकर अनु बोली देखा आपने कितना खून निकाल दिया,मुझे मेरी सहेलियों ने बताया था कि पहली बार मे ब्लड निकलता है और पेन भी होता है.मैने उसको बोला तो फिर मुझको गंदा क्यूँ बोल रही थी तो वो बोली आराम से करते तो दर्द कम होता,लेकींन आप को तो बिल्कुल सब्र ही नही था. अब मैने कहा चलो अब दूसरी तरफ से ट्राइ करते हैं तो वो बोली नही जी मैं पीछे से नही दूँगी आपको.मैने कहा क्यूँ तो वो बोली मुझे बताया गया है कि पीछे से बहुत ही ज़यादा दर्द होता है और बाद में भी बहुत दिन तक तकलीफ़ होती है,और पीछे से मज़ा भी नही आता.इस पर मैं बोला नही अनु किसी ने ग़लत बताया है,तो वो बोली कि जो भी हो नही का मतलब नही,और अब सो जाओ.

 

मैने कहा चलो एक बार ऑर आगे से तो वो बोली कल करना अब मुझे नींद आ रही है.मैं समझ गया कि इसके नखरे जब पहले दिन ही इतने हैं कि ना तो पीछे से दे रही है ऑर ना ही इसने मेरा लंड मूह में लिया तो ये ज़यादा दिन तक मुझको देगी नही.मेरा फ़ैसला ठीक ही है जो मैने इसकी रेकॉर्डिंग करा ली डिंपल से.

 

मैं तुरंत बाहर गया और देखा डिंपल वही खड़ी थी मैने उसको एक किस की ऑर बोला डार्लिंग अब हमारा रास्ता भी सॉफ हो जाएगा अब हम दोनो कुछ दिन बाद अनु के सामने खुल कर मज़ा लेंगे.मैने उसे बोला इस रेकॉर्डिंग को कल मेरे कंप्यूटर में सेव कर देना और इसके बारे में किसी को भी खबर नही होनी चाहिए.वो बोली जानेमन बेफिकर रहो,और मैने उसे जल्दी से घर से बाहर निकालकर गेट बंद कर दिया.

 

जब मैं रूम में पहुँचा तो देखा अनु अपनी चूत को एक कपड़े से पोंच्छ रही थी,मैने उसके हाथ से कपड़ा लिया और उसकी छोटे छोटे बालों वाली चूत को धीरे धीरे से पोन्छने लगा.वो ये देखकर मुस्कुरा गयी और बोली एक बात तो है आप बहुत रोमॅंटिक/सेक्सी तो हो ही लेकिन केरिंग भी हो अपनी बेटी का कितना ख़याल है आपको काम पूरा होने के बाद भी मेरी परवाह है आपको.यही मुख्य कारण है कि मैने दिन भर देखा कि आप मेरी कितनी केर कर रहे हो क्या मैं आपकी एक ज़रूरत पूरी नही कर सकती.और मैने आपके साथ सेक्स करने का फ़ैसला लिया.अब तो आप खुश हो ना.मैने उसको बोला अनु खुश तो हूँ लेकिन एक बार से काम नही चलेगा आज तो मैं तुम्हें पूरी रातभर जगाना चाहता हूँ.तो वो बोली तो दिन मैं क्या करोगे दिन भी तो अपना है चलो एक बार और करते हैं बाकी दिन में.और मैने उसे फिर से लिटा दिया इस बार मैने उसको काफ़ी देर तक रगड़ा उसकी चूत छिल गयी थी वो बोली पापा आज मार ही डालोगे क्या तो मैं बोला नही अनु और थोड़ी देर बस अभी ख़तम करता हूँ और एक बार फिर मैने उसकी चूत को अपने वीर्य से भर दिया और हम बिना अपने चूत लंड को सॉफ किए ऐसे ही एक दूसरे से लिपट कर सो गये.

 

सुबह हम करीब 09.00 बजे तक सोते रहे. घर पर एक डोर बेल बजी तो मैं,अनु जल्दी से उठे,कपड़े पहने और डोर खोला तो देखा कि एक दूध वाला खड़ा है जो कि डिंपल के घर पर दूध देता है और उसके संबंध डिंपल के साथ हैं इस बात की चर्चा कॉलोनी वाले करते हैं ऐसा भी मुझे मेरी बेटी ने पिछली रात बताया था.वो हमारे घर तो दूध नही देता था पर वो आज हमारे घर क्यूँ आया है,मुझे बड़ा ही आस्चर्य हुआ.गेट खोलते ही वो बोला अंकल जी नमस्ते कैसे हैं.मैने कहा ठीक हैं,

 

मैने उससे पूछा बोलो भाई कैसे आना हुआ.उसने बोला अंकल दूध चाहिए क्या.तो मैं बोला नही.तो वो बोला कोई बात नही अंकल पैसा मत देना.मैं उसकी बात को सुनकर एकदम ठगा सा रह गया और बोला क्यूँ आजकल समाजसेवा कर रहे हो क्या.तो वो बोला नही अंकल जी सेवा तो आप कर रहे हैं और एक पेनड्राइव दिखाते हुए बोला आप आजकल जो सेवा अपनी बेटी की कर रही हो वो इसमें है मेरी जान डिंपल ने दी है अरे अंकल थोड़ा सेवा हमे भी करने दो आपको तो बुढ़ापा आ गया है आप मेरी भैंस का दूध पिओ और मैं आपकी बिटिया का पीता हूँ ओर पैसा भी मत देना आपको जितना पीना हो पिओ और मुझे आपकी बछड़ी का पीने दो मेरा चेहरा लाल हो गया और बोला हरामजादे ज़यादा मूह मत खोल तू मुझे ब्लॅकमेल कर रहा है.तो वो बोला ब्लॅकमेल नही कर रहा हूँ पैसा तो नही माँग रहा हूँ सिर्फ़ सेवा चाहिए अंकल जी आपकी बिटिया की मैं उससे बोला तुम्हें पैसे चाहिए तो वो बोलो मेरी बेटी तुम्हारे लिए तैयार नही होगी तो वो बोला ये तो आपका काम है कि आप उसको कैसे मनाते हो मुझे पैसे नही आपकी लौंडिया का दूध पीना है अंकल जी तो मैं बोला अभी तुम जाओ यहाँ से.

 

इसके बाद मैं जब वापस कमरे मैं पहुँचा तो डिंपल बोली पापा वो दूध वाला क्यूँ आया था,मैने बोला कि वो दूध की बात कर रहा था.तो वो बोली पापा इससे दूध मत लेना इसकी नियत ठीक नही है.इसका चक्कर कई औरतों के साथ चल रहा है,आपकी वो डिंपल आंटी के साथ भी.

 

मैं बोला लेकिन अनु बेटा वो बहुत ज़िद कर रहा था दूध के लिए कि अच्छा दूध दूँगा तो मैने उससे 01 लीटर के लिए बोल दिया है,आज शाम से ले लेंगे,हमे क्या करना है हमें तो दूध से मतलब.वो बोली पापा ठीक है लेकिन ये बहुत बदतमीज़ है,जब कभी भी ये मुझे रास्ते में मिलता है तो बहुत घूर घूर कर देखता है.इस पर मैं अनुष्का को लिप किस करते हुए बोला कि मेरी अनुष्का है ही इतनी खूबसूरत कि किसी की भी नज़र रुक जाए.इस पर वो मुस्कुरा दी.

 

इसके बाद मैने सोचा कि अनुष्का को विनोद(दूधवाला) के लिए कैसे तैयार करूँ,मैने एक प्लान सोचा कि रात को जब वो दूध देने आएगा तो मैं उसके लिए गेट खुला छोड़ दूँगा और उस समय मैं अनुष्का को चोद रहा हुंगा.बस अनुष्का को तैयार होना ही पड़ेगा.मैने विनोद को अपना प्लान बता दिया और प्लान के मुताबिक वो ठीक 0800 बजे मेरे घर आ गया.मैं और अनुष्का उस समय बिल्कुल नंगे थे और अनुष्का मेरे उपर थी मैं लेटा हुआ था.अनुष्का का मूह गेट की तरफ ही था.जैसे ही अनुष्का ने उसे देखा अनुष्का रोंगटे खड़े हो गये.

 

विनोद के मूह पर एक अजीब सी मुश्कुराहट थी,विनोद जान बूझकर बोला अच्छा तो ये काम चल रहा है अंकल जी.इसलिए सुबह दूध के लिए मना कर रहे थे अपनी ही बेटी का दूध पी रहे हो तो तुम्हें दूध की क्या ज़रूरत.कॉलोनी वालों को बुलाता हूँ आपकी करतूत,मेरी अफवाह तो ऐसे ही उड़ा रखी है कॉलोनी में

 

.इस पर मैं बोला नही भाई ऐसा मत करना हम तुम्हारे सामने हाथ जोड़ते हैं.तो वो बोला नही अंकल जी कॉलोनी वालों को तो पता चले कि यहाँ क्या क्या होता है.इस पर मैं फिर बोला प्लीज़ रहने दो भाई.मैने अनुष्का को इशारा किया कि वो भी उससे रिक्वेस्ट करे.अनुष्का उसके थोड़ा नज़दीक पहुँचकर बोली भैया प्लीज़ मान जाओ हम से ग़लती हो गयी.इस पर वो बोला नही बिल्कुल नही.मैं उसके पैर पड़ गया और अनुष्का को भी इशारा किया.हम दोनो ही उसके पैरों पर पड़ गये.

 

अब उसने मेरी बेटी को उठाते हुए बोला की ठीक है अगर तुम कहती हो तो मान जाउन्गा लेकिन एक बार मुझे भी चाहिए.इस पर अनुष्का के मूह से बहुत गुस्से में निकला हरगिज़ नही,बिल्कुल नही.मैने भी विनोद से बोला तुम्हें पैसा चाहिए तो बोलो.वो बोला मुझे पैसा नही चाहिए मुझे अगर तुम्हारी बेटी नही देना चाहती तो मैं बाहर से कॉलोनी वालों को बुलाता हूँ और बाहर गेट की तरफ बढ़ने लगा.मैने उसे रोका और बोला रूको एक मिनिट और अनुष्का से बोला बेटी इसको एक बार देदे नहीं तो हमारी बहुत बदनामी होगी,रिश्तेदारों को भी पता चलेगा,प्लीज़ मान जाओ.उसकी आँखें नम हो गयी और बोली ठीक है,पापा लेकिन सिर्फ़ एक बार.

 

विनोद बहुत खुश हुआ और मुझसे बोला अंकल जी जाओ आप जब तक दूध गरम करके लाओ 3 ग्लास.मेरी किचन उस रूम के पास ही है वहाँ से उस रूम का सब कुछ दिखता और सुनाई देता है मैने अंडरवेर पहना और जैसे ही मैं किचन मे गया मैने देखा विनोद बेड पर लेटा है और अनुष्का उसके पास बैठी है ,विनोद ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपना 4इंच मोटा और 8 इंच लंबा लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया.उसका लंड मेरे लंड से काफ़ी बड़ा और तंदुरुस्त था.उसने अनुष्का को उसे अपने मूह में लेने का इशारा किया.तो वो बोली प्लीज़ मुझे उल्टी हो जाएगी.विनोद बोला लॉलिपोप समझ कर लेलो,बोलते बोलते विनोद ने उसके सर को सहारा देकर अपना लंड उसके मूह में दे दिया.

 

अनुष्का धीरे धीरे उसे चूसने लगी और विनोद उसके बूब्स को दबाने लगा,वो उससे लंड को चुस्वाता रहा.उसने मुझे आवाज़ लगाई अंकल जी दूध गरम हुआ तो ले आओ थोड़ा गुनगुना ही लाना,शुगर डालकर. दूध गरम हो चुका था,मैं चीनी डालकर 3 ग्लास मे ले गया.विनोद ने एक ग्लास उठाया और अनुष्का की तरफ बढ़ाया उसने गुस्से से मूह सिकोड लिया और बोली नही चाहिए.इस पर विनोद बोला अंकल जी आप ही समझाओ.मैं बोला पी ले बेटी.तो अनुष्का ने ग्लास को पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाया मगर विनोद बोला नही मैं ही पिला देता हूँ.और जैसे ही अनुष्का ने एक घूंठ पिया उसी ग्लास से एक घूंठ उसने पिया.फिर एक घूंठ अनुष्का को और एक घूंठ विनोद.मेरे पास अब भी दो ग्लास थे विनोद बोला अंकल जी आप भी पिलाओ ऐसे ही मैने भी अनुष्का को अपना झूठा दूध पिलाया.

 

वो मेरे ग्लास वाला दूध आराम से पी रही थी.जब दोनो ग्लास ख़तम हो गये तो उसने तीसरा (3र्ड ) ग्लास अनुष्का के हाथ में पकड़ा दिया और उससे बोला इस ग्लास को हम दोनो को पिलाओ.उसने ऐसा ही किया लेकिन अनुस्का का प्यार मेरी तरफ अलग ही था दूध पिलाने में.

 

विनोद बोला अंकल जी अपनी बेटी को समझाओ कि मेरे साथ भी आप जैसे ही बिहेव करे,अगर सब कुछ प्यार से होगा तो बड़ा मज़ा आएगा इसको भी और मुझे भी और ज़बरदस्ती से तो मज़ा भी नही आएगा और दर्द भी होगा.अगर ये चाहे तो आप भी यहाँ रह सकते हो सिर्फ़ एक शर्त पर कि ये मेरा साथ ऐसे ही दे जैसे आपके साथ कर रही थी.इस पर मुझसे पहले ही अनुष्का बोल पड़ी पापा आप भी यही रहो.विनोद बोला ठीक है आप भी अपने कपड़े उतार लो और मैं भी नंगा हो गया.

 

इस समय अनुष्का बेड पर बीच मे थी और एक तरफ मैं और एक तरफ विनोद उसने लंड को फिर से चूसने का इसरा किया.अनुष्का अब एक बार विनोद के लंड को चुस्ती और एक बार मेरे लंड को.करीब 05 मिनिट के बाद विनोद ने उसको बिस्तर पर लिटा दिया एक बूब्स पर वो मूह मारने लगा और दूसरी पर मुझे लगने का इशारा किया.इस क्रिया से अनुष्का के मूह से आवाज़ें निकलने लगी उसको अलग अलग बूब्स के चूसने से शायद काफ़ी मज़ा आ रहा था.मैने अपना एक हाथ उसकी चूत पर लगाया तो महसूस किया कि उसकी चूत काफ़ी पानी छोड़ रही है,यानी कि उसको खूब मज़ा आ रहा है.विनोद थोड़ी देर बाद ही उसकी दोनो जांघों के बीच में पहुँच गया और उसकी चूत को चूसने लगा,अब मैं उसके बूब्स पर और विनोद उसकी चूत पर था.अनुष्का अपने शरीर को बुरी तरह से नागिन की तरह बाल खा रही थी,इससे लगता था कि उसको काफ़ी मज़ा आ रहा है.

 

विनोद भी ये समझ चुका था.वो उठा और अनुष्का से बोला क्यूँ जानेमन मज़ा आ रहा है.अकेले पापा से चुदने में मज़ा है या दोनो से.वो चुप ही रही और लंबी लंबी साँसे लेती रही.विनोद फिर बोला एक बात बताओ तो सही अगर सही बता दोगि तो हम और प्रयास करके तुमको खूब मज़ा देंगे,मैं फिर बोला अच्छा लगा हां या ना कुछ तो बोलो.अनुष्का धीरे से बोली हां.वो फिर बोला अच्छा या बहुत अच्छा.वो इस पर मुस्कुरा दी तो विनोद बोला मैं समझ गया लेकिन तुम साथ दोगि तो तुम्हें बहुत मज़ा आएगा.बोलो दोगि साथ.चाहिए खूब मज़ा,अनुष्का ने हां में सिर हिला दिया.

 

अब मैने और विनोद दोनो ने ही अनुष्का को एक आदमी बूब्स पर और एक आदमी चूत पर अदला बदली करके लगे रहे चूस्ते और चाटते रहे.विनोद बोला अंकल जी कोई क्रीम है तो ले आओ.मैने बोला लाता हूँ.मैं जैसे ही उठा तो अनुष्का ने पहली बार विनोद से बात करते हुए पूछा,क्रीम किस लिए,इस पर विनोद बोला लाने तो दो तब बताउन्गा.मैं तो समझ गया था कि इसका प्लान पीछे से गान्ड मारने का है.

 

जैसे ही मैं वापिस आया मैने देखा उसने अनुष्का की दोनो टाँगें उपर की हुई हैं और अपना लंड डालने वाला है.उसने जैसे ही अपना लंड उसकी चूत के मुहाने पर रखा अनुष्का बोली प्लीज़ धीरे से करना तुम्हारा काफ़ी बड़ा है.इस पर वो बोला तुम्हारे पापा से भी बड़ा.तो वो फिर मुस्कुरा गयी. विनोद बोला ओके जान धीरे ही करूँगा.और उसने वास्तव में आराम से ही किया और अनुष्का से बीच बीच मे पूछता भी रहा कि कोई तकलीफ़ हो तो बता देना.अनुष्का को सुरू में थोड़ा सा दर्द हुआ मगर वो उसका लंड भी झेल गयी,थोड़ी देर बाद जब वो झड़ने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और खुद बिस्तर पर पीठ के बल लेट गया और अनुष्का से अपने उपर आने को बोला.अनुष्का उसके उपर सवार हो गयी.

 

अनुष्का अब विनोद के उपर घुड़ सवारी कर रही थी.विनोद ने अनुष्का को विनोद ने मेरी तरफ इशारा किया कि अंकल जी थोड़ा क्रीम लगाओ पीछे आप तो आकर खड़े हो गये.ये सुनकर अनुष्का रुक गयी और बोली नही पीछे से नही.इस पर विनोद बोला अच्छा ये बताओ मैने तुम्हें दर्द होने दिया,बोलो.अनुष्का बोली नही,फिर विश्वास करो तुम्हें बहुत मज़ा आएगा,तुम्हें तकलीफ़ ना हो इसलिए तो ये क्रीम मगाई है.

 

वो बोली प्लीज़ पीछे से रहने दो, तुम्हारा बहुत मोटा है,मुझे दर्द होगा ये पीछे से अंदर नही जाएगा तुम्हारा तो सुरू सुरू में आगे से भी हल्का हल्का दर्द कर रहा.विनोद बोला,क्यूँ जब अंकल जी आगे से लेते हैं तो दर्द नही होता.अनुष्का बोली पापा के उससे दर्द नही होता,उनका तुम्हारे से कम मोटा है.विनोद ने उसे मनाने; के लिए तरीका अपनाया ओर बोला अच्छा अगर ऐसा है तो अपने पापा से ही करा लो.वो बोली ठीक है.और विनोद ने उसे अपने उपर बैठी हालत में ही लिटा लिया और अपने दोनो हाथों से उसके दोनो चुतड़ों को पकड़ कर उसकी गान्ड को खोल दिया.विनोद मुझसे बोला लो अंकल जी लगाओ कीम और छेद को नरम करो आपकी लड़की को तो आपका ही लंड पसंद है.

 

मैं धीरे धीरे उसकी गान्ड पर राउंड राउंड करके क्रीम लगाने लगा.और करीब 15 मिनिट तक उसकी गान्ड में विनोद के बताए अनुसार क्रीम लगाई(विनोद से उस दिन मैने गान्ड के छेद को लंड के लिए तैयार करने का तरीका सीखा वो इस खेल का पुराना खिलाड़ी था) पहले एक उंगली और बाद में दो उंगलियों से भी क्रीम लगाई.जब उसकी गान्ड के छेद में दो उंगली जाने लगी तो मुझे विस्वास हो गया कि अब अनुष्का थोड़ा बहुत दर्द झेलकर मेरा लंड ले ही लेगी.

 

विनोद बोला अंकल जी अब सुरू भी करो और मैने जैसे ही अनुष्का की गान्ड पर लंड रखा वो बोली पापा आराम से करना.मेरे बोलने से पहले ही विनोद बोला क्यूँ जानेमन अपने पापा पर भी भरोसा नही.तो वो बोली पापा ने पहले भी बहुत दर्द कराया था इसलिए बोल रही हूँ.इस पर विनोद बोला तो मैं करूँ.अनुष्का बोली नही तुम तो बिल्कुल नही मरना है क्या मुझे तुम्हारा तो बहुत मोटा है.और तभी मैं बोला ठीक है बेटी में आराम से करूँगा.लेकिन मैने जैसे ही उसकी गान्ड के छेद पर लंड को रखकर जैसे ही थोड़ा अंदर किया वो चिल्लाई आआआआआआआअ और विनोद की पकड़ से छुटकर उठने की कोशिस करने लगी.विनोद बोला अंकल जी आराम से करो आपकी ही बेटी है.

 

अनुष्का भी बोली पापा आप बहुत ज़ोर से लगाते हो धीरे से करो.मैने सोचा कि इससे आराम से कैसे होगा.मैं बोला ठीक है.मैने दुबारा से उसके छेद पर लंड रखा.इस बार विनोद ने मेरी तरफ़ आँख मार्कर इशारा किया.मैं समझ गया कि वो बोल रहा है कि झटके से डाल दो.मैने वैसा ही किया निशाना लगाया और एक दम सारा लंड अंदर.अनुष्का काँप गयी और चिल्लाने लगी आआआआआआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई.मुझे छोड़ूऊऊऊऊऊऊ,विनोद बोला अंकल थोड़ा धीरे करो इतनी ज़ोर से करोगे तो लगेगी ही.अनुष्का बोली पापा आप बहुत बुरे हो,आप से तो ये अच्छा है कम से कम इतनी ज़ोर से तो नही करता पहले भी आपने ऐसा ही किया था.इस पर मैं बोला बेटा पहली बार में थोड़ा दर्द होता ही है,अब आराम से करूँगा.

 

और धीरे धीरे शुरू हो गया.इस तरह से मैने उसको पीछे से चोदा और विनोद भी आगे से लगा रहा.इसके बाद मैं और विनोद दोनो ही झाड़ गये.और अनुष्का से अलग होकर बेड पर पड़ गये.अनुष्का बीच में और हम दोनो उसके लेफ्ट राइट मे.विनोद ने अनुष्का को फिर से अपनी तरफ घुमा लिया और अपने से चिपका लिया.अनुष्का को भी उससे चिपकने मे अब कोई संकोच नही हो रहा था.

 

विनोद ने उसके कान में कुछ कहा.तो वो बोली नही तुम्हारा नही झेल पाउन्गि.अब मुझमें ताक़त नही रही.मैं समझ गया कि वो अनुष्का की गान्ड की बात कर रहा है.विनोद उससे बहुत रिक्वेस्ट कर रहा था,विनोद बोला मुझ पर भरोसा करो कल आ जाना.मैं दे दूँगी.प्लीज़ आज रहने दो.विनोद पता नही कैसे उसकी बात मान गया और बोला, ओके जान जैसी तुम्हारी मर्ज़ी.और वो बोला ठीक है 11बज गये हैं.जब तुम दोगि ही नही तो फिर मैं चलता हूँ यहाँ रुकने का क्या फ़ायदा.और फिर वो चला गया.

 

उसके जाने के बाद मैने गेट बंद किया और अनुष्का के पास आकर बोला.बेटी कैसी है.अनुष्का मुझसे गुस्सा थी बोली आपको मेरी चिंता कहाँ आप इतनी ज़ोर से करते हो,कितनी ज़ोर से लगाई है,अभी तक दर्द हो रहा है आपसे तो वो दूधवाला अच्छा है ना तो दर्द दिया और देखो मेरी बात मानकर चला भी गया.मुझे मेरी बेटी ने चुप कर दिया था वो किसी हद तक ठीक ही कह रही थी.अनुष्का फिर बोली देखना कल वो कितने प्यार से करेगा और दर्द भी नही देगा.

 

अगले दिन विनोद फिर आया और पूरी रात रुका.उसने मेरी बेटी को जमकर चोदा आगे और पीछे दोनो तरफ से.वो सेक्स का माहिर खिलाड़ी था,उसने मज़ा भी लिया और अनुष्का को दर्द भी नही होने दिया.अनुष्का ने मुझे उसके सामने ही बोला पापा इसे कहते हैं सेक्स और सेक्स का मज़ा.आपकी तरह नही.मुझे बहुत शर्मिंदगी महसूस हुई क्यूंकी ये बात उसने उस दूधवाले विनोद के सामने बोली थी और ये सुनकर विनोद को शायद बहुत गर्व हुआ था.

 

मेरी बीवी दिव्या ँका मुझको 3 दिन बाद फोन आया मैं उस समय अनुष्का के साथ सेक्स ही कर रहा था.मेरी बीवी बोली पापा, मम्मी और एक हफ्ते रुकने के लिए बोल रहे हैं क्या रुक जाउ.तो मैने कहा कोई परेशानी नही है अनुष्का के होते कोई परेशानी नही है वो पूरा ख़याल रख रही है.सब कुछ टाइम टाइम से सब दे देती है.फोन काटने के बाद अनुष्का ने पूछा कि पापा क्या क्या टाइम से देती हूँ तो मैं बोला आदमी को जिस्म की भूख सबसे ज़्यादा होती है वो तो तुम अपनी माँ से भी ज़यादा पूरी कर रही हो.अनुष्का मुस्करा दी.

 

जब तक मेरी बीवी दिव्या मायके से वापिस नही आई, विनोद और मैं अनुष्का को जमकर चोद्ते रहे.इसके बाद जब मेरी बीवी वापस आई तो उसने जब उस दूध वाले को घर में दूध देते देखा तो काफ़ी गुस्सा हुई उसको उसके कॅरक्टर के बारे में पता था मेरी बीवी उसका दूध बंद करने को बोली लेकिन अनुष्का के कहने पर कि माँ ये अच्छा दूध लाता है.हमें तो दूध से मतलब ऐसा कहा तो मेरी बीवी ने उसकी बात मान ली.

 

इसके बाद विनोद और मुझे अनुष्का को चोदने का मौका नही मिल पा रहा था.मेरी बीवी दिव्या दिन में घर से बाहर कहीं नही जाती थी और रात को मैं अपनी बीवी के साथ और अनुष्का अपनी बहन के साथ सोती थी.

 

इसके बाद विनोद ने मेरी मदद से मेरी बड़ी बेटी प्रियंका जोकि अनुष्का से थोड़ी कम खूबसूरत थी ,को भी फसाया ताकि अनुष्का को चोद सके.क्या हुआ नेक्स्ट स्टोरी लास्ट पार्ट में लिखूंगा.ओके बाइ रेस्पॉन्स ज़रूर देना.

  

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