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मेरी विधवा मामी की चुदासी इच्छा पूरी की

हाय दोस्तों, मेरा नाम दीपू है और मेरी उम्र 25 साल है यह मेरी पहली कहानी है कामलीला पर सबसे पहले मैं मेरे बारे में आपको बताता हूँ मैं एकदम फिट बॉडी वाला हूँ और मेरे लंड का साइज़ तो मुझे वास्तव में पता नहीं है पर इतना बडा है कि किसी को भी उत्साहित कर सकता है अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ यह कहानी मेरे और मेरी मामी के बीच की वास्तविक कहानी है जो मैं आज लोगों को बताने जा रहा हूँ

 

 

मैं नासिक का रहने वाला हूँ और मेरे नाना और नानी पूर्वजों के गाँव गावस्कर में रहते हैं मेरी छुट्टिया चल रही थी तो मैनें सोचा क्यूँ ना नाना जी के यहाँ हो आता हूँ तो मैं मेरे नाना जी के यहाँ जाने की तैयारी करने लगा मेरे नाना जी के घर में नाना जी, नानी, मेरी मामी, और उनके 2 बच्चे थे जिसमे एक लड़का था और एक लड़की थी और मेरे मामा जो की उनकी म्रत्यु हो गई थी 2 साल पहले तो हम भी नाना जी के यहाँ ही रहते थे अब मैं वहाँ पहुँचा तो मुझे देखते ही सब लोग बहुत खुश हो गये फिर मैं सब से मिला और सबका हाल चाल पूछा और फिर बाद में मैं फ्रेश होने चला गया मेरे नाना जी का घर छोटा था मतलब् 1 हॉल, 1 किचन और बाथरूम और टॉयलेट था

 

 

मैं मेरे मामी के साथ ज़्यादा बात नहीं करता था क्यूँकि वो मेरे से बड़ी थी और उनको कभी बुरी नज़र मैनें देखा नहीं फिर हम सभी ने रात का खाना खाया और बातें करने बैठ गये बातें करने के बाद नाना और नानी जी उन्हे नींद आ रही थी तो वह लोग सो गये हम सब हॉल में ही सोने वाले थे तो बिस्तर कुछ इस तरह से लगाया था दीवार की तरफ मैं मेरे बाजू में मामी, मामी के बाजु में उनकी बेटी जो की 6 साल की है उसके बाजु में उसका भाई जो 8 साल का, और उसके बाजु में नानी और दूसरे दीवार की ओर नाना जी सोए हुए थे मुझे नींद आ रही थी तो मैनें मामी से कहा में सो रहा हूँ लाइट बंद कर दीजिए प्लीज़ तो उन्होने कहा मुझे भी नींद आ रही है और सुबह बच्चों को भी जल्दी स्कूल जाना है बोला और टीवी और लाइट बंद कर दी और नाईट बल्ब जला दिया जो रेड कलर का था और उसमें से धीमी-धीमी रोशनी आ रही थी

 

 

फिर हम सब सो गये और बच्चों को सुबह जल्दी स्कूल जाना होता है इसलिए मामी को 6 बजे उठना पड़ता है मामी ने सुबह 6 बजे उठकर बच्चों के लिए टिफिन बनाया और उन्हें स्कूल भेज दिया नाना जी भी सुबह जल्दी नाश्ता करके बाहर चले जाते है फिर घर में उस दिन सिर्फ़ मैं मामी और नानी थे मैं सोया हुआ था फिर मामी आई और मुझे उठाने लगी मैं नींद से उठ गया फिर मैनें नहाकर नाश्ता किया और टीवी देखने लग गया

 

 

थोड़ी देर बाद नानी भी बाजार चली गई सब्जी लाने घर से बाजार काफ़ी दूर था मामी खाना बनाकर के दूसरे काम करने लग गई मामी घर पर भी साडी ही पहनती थी तो मामी झाड़ू मारने के लिए आई तो वो नीचे झुकी हुई थी तो मुझे उनके बब्स थोड़े से दिख रहे थे पर मैनें उस पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया क्योंकि मैंने मामी को गन्दी नज़र से कभी नहीं देखा था फिर झाड़ू लगाने के बाद मामी फर्श पर पोछा करने के लिये तो फिर से मुझे मामी के बब्स दिखे इस बार मजा ज़्यादा था मामी का पल्लू साइड में था तो बोब्स साफ दिख रहे थे अब मुझ से कंट्रोल नहीं हुआ और मैं भी उनके बब्स को चुपके-चुपके देखने लगा क्या बब्स थे यार बता नहीं सकता एकदम मस्त मामी बहुत स्लिम थी और उनके बब्स भी इतने बड़े नहीं थे मेरी नज़र से मामी के बब्स जा ही नहीं रहे थे मैं टीवी देखते हुए उठा और बाथरूम में जाकर पहली बार मामी के नाम की मूठ मार रहा था तो मैनें देखा मामी ने कपड़े धोए नहीं थे तो मैनें वहां से मामी का ब्लाउज और पेंटी उठाए और सुंघने लगा बहुत मादक खुशबू आ रही थी जो मुझे और पागल कर रही थी

 

 

फिर मैनें मूठ मारकर मेरा पानी उनकी पेंटी में ही छोड़ दिया और बाहर आकर फिर से टीवी देखने लगा उतने में नानी भी बाजार से आ गई थी तो मामी ने कपड़े धोकर नानी को और मुझे खाना दिया और उन्होने भी खाना खा लिया मामी मुझे अजीब नज़र से देख रही थी मुझे समझ में नहीं आ रहा था मामी मुझे ऐसे क्यूँ देख रही है बाद में मुझे याद आया की मैनें बाथरूम में मामी के पेंटी में मेरा पानी छोड़ा था उसी वजह से वह मुझे ऐसे देख रही थी बाद में मैं सो गया और शाम को उठने के बाद बाहर घूमने चला गया

 

 

वापस घर पर आने में मुझे थोड़ी देर हो गई सब लोग खाना ही खा रहे थे तो मैनें भी खाना खाया और टीवी देखने लगा बाद में हम सोने लगे बिस्तर कल जैसा ही लगा हुआ था हम सब सो गये

 

 

रात को करीब 1 बजे मेरी नींद खुली कि मुझे ज़ोर से पेशाब लगी थी मैं बाथरूम में गया और पेशाब करके वापस सोने के लिये आया मुझे बाद में नींद नहीं आ रही थी सुबह के मामी से बब्स ही दिखाई दे रहे थे तो मेरे दिमाग़ में मामी के लिए बुरे ख़याल आने लगे और मुझे उन्हे चोदने का मन करने लगा

 

 

तो मैनें पहले सब सोये हुए है कि नहीं वो देखा तो नाना और नानी दूसरी तरफ मतलब दीवार की और मुहँ करके सोये हुए थे और मामी सीधी मैं थोड़ा मामी की और हो गया और उनके बब्स पर हाथ रख दिया मामी की कोई हलचल ना देखते हुए सोये मामी की साडी थोड़ी साइड में कर दी और मामी के ब्लाउज के बटन को धीरे-धीरे खोलने लगा ऊपर के दोनों बटन सोये खोल दिए बाद में मैं उनका तीसरा बटन खोलने ही वाला था की मामी हिली और मेरे तरफ मुहँ करके सो गई मैं बहुत डर गया था फिर भी मामी हिली नहीं और फिर मैनें थोड़ी देर बाद मामी का तीसरा बटन धीरे से खोल दिया अभी एक बटन ओर बाकी था जो खुल नहीं रहा था पर थोड़ी देर बाद वो भी खुल गया

 

 

मैं नींद में होने का नाटक करके मामी के और करीब आ गया और थोड़ा नीचे होकर मामी के बब्स पर मुहँ लगा दिया मैं उन्हे चूसना चाहता था पर डर बहुत लग रहा था की कोई देख ना ले और मामी जाग ना जाए फिर मैनें थोड़ी देर बाद मामी के बब्स पर हाथ रखा और धीरे-धीरे से दबाने लगा उतने में मामी जाग गई मैनें जल्दी से अपनी आँखे बंद की और मामी को थोड़ी आँखें खुली रखकर देखने लगा मामी मेरी ओर देख रही थी और ब्लाउज के बटन लगा रही थी उतने मैं मैने नींद में होने का नाटक करके फिर से मामी के बब्स पर हाथ रखा तो मामी ने मेरा हाथ हटा दिया और दूसरी तरफ मुहँ करके सो गई 15-20 मिनट बाद मैं फिर मामी के ओर करीब गया और अपना तना हुआ लंड मामी की गांड को टच करने लगा और एक हाथ को मामी के पेट पर रखकर सहलाने लगा

 

 

मामी सोने का नाटक कर रही थी या नहीं क्या पता. पर वो थोड़ा पीछे हो गई और अपने कूल्हे मेरे लंड पर दबा दिये मैं मेरा हाथ थोड़ा नीचे करने लगा और मामी की साडी के अंदर डालने लगा

 

 

मेरा आधा हाथ मामी के साडी के अंदर जा चुका था और मेरे हाथ में मामी के थोड़े बाल लगे मैं मेरा हाथ थोड़ा और नीचे लेने ही वाला था कि मामी ने मेरे हाथ को ज़ोर से हटा दिया और मैं सोया हूँ कि नहीं देखने लगी मुझे कहा नींद आने वाली थी बाद में मामी फिर से मेरी तरफ़ मुहँ करके सो गई अबकी बार मैं थोड़ा ऊपर होकर मामी के होंठ पर अपने होंठ लगाने लगा और थोड़ा हल्के से चाटने लगा मामी ने भी मेरे होंठ दांत में पकड़े और छोड़ दिए अब मुझे पक्का था की मामी सोने का नाटक कर रही है

 

 

मैनें मेरे मोबाइल में देखा तो 5 बज चुके थे और मामी और बच्चे 6 बजे उठने वाले थे तो मैनें मेरा एक पैर मामी के पैर पर डाल दिया और हाथ कमर में रखकर मामी के बब्स पर ऊपर से ही दाँत में पकड़ के धीरे-धीरे काटने लगा और वैसे ही कब सो गया था यह पता ही नहीं चला जब 9 बजे मैं उठा तो देखा मामी कुछ नाराज़ सी थी और मेरी तरफ देख भी नहीं रही थी मैं नहाकर खाना ख़ाकर बाहर चला गया और शाम को वापस आकर टीवी देखने लगा मामी भी आकर टीवी देखने लग गई

 

 

उसके बाद हमने खाना खाया और टीवी देख रहे थे कि मामी सोने चली गई नाना और नानी तो पहले ही सो गये थे फिर मैनें भी टीवी बंद किया और सोने चला गया1 घंटे बाद मैनें कल जैसे ही मामी के ब्लाउज के बटन खोल दिए मामी का मुहँ मेरी तरफ ही था आज मैनें मामी के निपल्स मुहँ में ले लिए और उसे धीरे से चूसने लगा उसके बाद मामी थोडा नीचे खिसक गई और मामी की चद्दर थोड़ी पैर पर से हटा दी और उनकी साडी ऊपर करने लगा मैनें जाँघ तक उनकी साड़ी ऊपर करदी और फिर से चद्दर उनके पैर पर डाल दी और मैं अब चद्दर के बीच में हाथ डालकर मामी की जाँघ को सहला रहा था

 

 

मैनें थोड़ा ओर हाथ आगे बढाया तो मैनें पाया कि मामी ने आज पेंटी नहीं पहनी है फिर मामी के चूत के बाल मेरे हाथ में लग गये मैं मामी के चूत को ऊपर से ही सहला रहा था तभी मामी ने नींद में मेरा हाथ हटा दिया और मेरी तरफ कूल्हे करके सो गई मामी की साडी अभी भी ऊपर ही थी मैनें मामी की जाँघ को पकड़ कर धीरे से मेरी और खींचा और मैं मेरा लंड ऊपर से मामी के कूल्हे को टच करने लगा

 

 

अब मुझ से रहा नहीं जा रहा था तो मैनें मेरी पेन्ट नीचे की और मैंने मेरा लंड मामी के कूल्हे पर ज़ोर से दबा दिया तभी मामी थोड़ी आगे हो गई अब मैनें पीछे से मामी के चूत के पास गया और उसे सूंघने लगा दोस्तों क्या खुशबू थी उसकी मैनें उनकी चूत पर अपनी ज़ुबान रखी और धीरे से चाटने लगा मुझे अच्छी तरह से चाटनें में नहीं आ रहा था पीछे से तो मैं मामी को सीधा कर रहा था उतने में मामी जाग गई और मेरी तरफ देखने लग गयी मेरी तो पूरी फट गई थी

 

 

क्या करु कुछ सूझ नहीं रहा था मामी भी मुझे एक नज़र मिलाकर देखे ही जा रही थी तभी मैं मामी के मुहँ के पास गया और मामी के कान में बोला मामी सॉरी..

 

 

मामी को कुछ सुनाई नहीं आया मामी फिर से बोली क्या ? मैं फिर उनके कान में बोला मामी सॉरी.. और उनको बोला मामी आई.लव.यू. प्लीज़ एकबार करने दो प्लीज़ मामी कुछ नहीं बोली और अपनी साडी ठीक करने लग गई मुझे लगा मामी गुस्सा हो गई है और सुबह सबको ना बता दे मैं डरकर वैसे ही सो गया और मामी भी दूसरी और मुहँ करके सो गई दूसरे दिन में मामी से नज़रे नहीं मिला पा रहा था और मामी मेरी तरफ़ गुस्से से ही देख रही थी मुझे लगा मामी नाना,नानी को बता देगी पर ऐसा कुछ नहीं हुआ मुझे लगा मामी को भी अच्छा लगा है मामी बहुत शांत है इसलिए उन्होने किसी को कुछ नहीं बताया मामा के मरने के बाद वो बहुत उदास ही रहती थी मुझे लगा उनकी भी सेक्स की इच्छा होगी क्योकि उन्होने भी 3 साल से सेक्स नहीं किया था

 

 

तो मैनें आज प्लान बनाया की आज कुछ भी हो जाए मामी को चोद के रहूँगा शाम को खाना खाने के बाद सब जल्दी सो गये सिर्फ़ मैं ही टीवी देख रहा था 12:30 के करीब मैनें टीवी बंद किया और सोने चला गया मुझे आज कुछ भी करके मामी को चोदना ही था मैनें आज फिर मामी के ब्लाउज के बटन खोल दिए और उनकी साडी ऊपर करने लगा आज मैनें कमर तक उनकी साडी ऊपर कर दी उतने में मामी करवट लेकर सो गई उनके कूल्हे मेरी और थे मैनें मेरा लंड बाहर निकाला जो पूरा कड़क हो चुका था वो मामी कि गांड पर लगाया और बाद में चूत के छेद के पास ले जाने लगा और मामी जाग गई और थोड़ी आगे होकर साडी नीचे करके सीधा सोने लगी उतने में मैं उठकर बैठ गया और मामी की साडी उपर करने लग गया मामी ने मेरा हाथ पकड़ा और उसे नाख़ून मारने लगी और इशारो में बोली मत करो ऐसे बोलने लगी

 

 

मैं कहा सुनने वाला था मैं मामी की साडी ऊपर कर रहा था तो वो इशारो में बोली कोई देख लेगा कोई उठ जाएगा पर मैनें उनकी एक ना सुनी और उनकी साडी झट से कमर तक उठाकर उनकी चूत के पास मुहँ ले जाकर चाटने लगा पर मामी ने मुझे चाटने नहीं दिया तो मैनें मामी को पकड़ के थोड़ा सा धक्का दिया और उनके पैर और हाथ पकड़ के उनको करवट लेने पर मजबूर कर दिया

 

 

अब मामी मेरे तरफ गांड करके सोए हुए थी वो उनकी साडी नीचे करने ही वाली थी की मैनें उनका हाथ पकड़ लिया और उनकी चूत के छेद में पीछे से ही लंड सेट किया और आगे करने लगा. लंड को छेद मिल ही नहीं रहा था तो मैनें मामी की गांड थोड़ी ऊपर की और मेरी तरफ करके फिर से कोशिश करी इस बार लंड को छेद मिल गया और वो आधा अंदर भी चला गया था मैं तो सातवे आसमान पर था दोस्तों बहुत मज़ा आ रहा था और बिना कॉंडम था इसलिए मैं धीरे-धीरे अपने मोटे लंड को आगे-पीछे करने लगा और मामी मुझे मत कर ऐसे धीरे-धीरे बोल रही थी मुझे यह समझ में नहीं आ रहा था कि वो मना करने के लिए ज़्यादा फोर्स क्यूँ नहीं कर रही है तब मैनें सोचा की शायद वो भी यही चाहती है कि मैं उन्हे ऐसे ही चोदता रहू और वो धीमी आवाज़ में आह्ह्हह.. ऊऊउ.. आआआ.. दीपू छोड़ दोईईई.. कर रही थी

 

 

फिर मैनें मेरी गति बड़ा दी और पूरे 8-9 मिनट बाद मैनें मेरा पानी मामी के चुत में ही छोड़ दिया और लंड को अंदर ही रहने दिया थोड़ी देर मैं वैसे ही पड़ा रहा और बाद में मामी का मुहँ अपनी तरफ किया और उन्हे क़िस करने लगा अब वो भी मेरा साथ दे रही थी किस करते वक़्त मैनें मामी का हाथ पकड़ा और मेरे लंड पर रखा और ज़ोर से दबाया और मामी के हाथ को पकड़ के इशारो में हिलाने को बोला मामी लंड को हिलाने लगी मामी को भी बहुत अच्छा अहसास हो रहा था बहुत दीनों के बाद उन्होंने इतने मोटे लंड को देखा है और अब वह चुदने जा रही थी फिर मामी ने जोर-जोर हिलाकर मेरा लंड कड़क कर दिया और मेरा लंड फिर से तन गया मैं फिर एक-बार और करना चाहता था मैं मामी के बब्स को अब ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा मामी भी अब एम्म्म.. एम्म्म.. म्न्‍न्‍णणन्….एयायाआआ.. इ.. कर रही थी

 

 

मैनें फिर से मामी को दूसरी तरफ किया चोदने के लिये क्यूंकि मैं अब उनको ऊपर से चोदता और उसी वक़्त कोई उठ जाता तो हम पकड़े जाते इसलिए मैनें एकबार ओर मामी को पीछे से चोद डाला और अब भी पानी उनके अंदर ही छोड़ दिया मैं थक चुका था और आपको पता है कि पानी निकलने के बाद आदमी ढीला पड़ जाता है और उसे थोड़ी देर के लिये उस औरत की कोई ज़रूरत नहीं होती ठीक उसी तरह मैं भी अब दूसरी तरफ मुहँ करके सोने लगा

 

 

तो मामी ने मेरी पेंट को नीचे किया और पीछे से मेरे बैठे हुए लंड को सहलाने लगी मुझे लग रहा था वह अभी भी पूरी तरह से शांत नहीं हुई है और होगी भी केसे पूरे 3 साल बाद जो चुदाई हो रही थी उनकी. और वह भी डर-डर कर कि कोई उठ ना जाए

 

 

मेरा लंड फिर खड़ा हो गया और मैनें उन्हे और एकबार और चोद डाला में मेरा लंड उनके मुहँ में देना चाहता था पर उन्होने मना किया और बोली कोई देख लेगा उस रात मामी मेरी चुदाई से बहुत खुश हुई उस दिन के बाद मुझे जब भी मौका मिलता दिन में या रात में मैं मामी को अब ठीक तरीके से चोद देता अब वह खुश दिखने लगी थी उनके चेहरे पर अजीब सी खुशी रहती है अब मैनें एक दिन दोपहर को कोई नहीं था घर पर तब उनकी चूत साफ़ कर दी और उसे खूब चाटा उनका पानी निकलने तक हम-दोनों को बहुत मज़ा आया

 

 

कैसे लगी मेरी यह कहानी दोस्तों यह मेरी वास्तविक कहानी है जो शब्दो में बताने में और हक़ीकत करने में बहुत मज़ा आया है आपको यह कहानी कैसे लगी मुझे मैल कीजिए प्लीज़. 

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